हिन्दुस्तानियों की रगों में दो चीज़ें दौड़ती हैं, क्रिकेट और चाय. क्रिकेट जगत में महेंद्र सिंह धोनी एक ऐसा नाम है जिसे क्रिकेट देखने और न देखने वाले दोनों ही जानते हैं. सिर्फ़ देश में ही नहीं दुनियाभर में हैं धोनी के फ़ैन्स.


कोलकाता में होने वाले ऐतिहासिक डे-नाइट मैच के चर्चे हर जगह हैं. इन चर्चों के बीच सुर्ख़ियों में बने हुए हैं बांग्लादेश के भुलु चंद्र घोष. बागंलादेश की पुरानी जर्सी और लाल टोपी में दिखने वाले भुलु कोई आम फ़ैन नहीं हैं, बांग्लादेश की टीम और पूर्व भारतीय कप्तान से इनका गहरा कनेक्शन है.  

The Statesman

Hindustan Times की रिपोर्ट के मुताबिक़, भुलू को पता है कि धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट ले ली है. वो इस बात को भी जानते हैं कि वर्ल्ड कप के बाद से ही धोनी ने कोई भी ऑफ़िशियल क्रिकेट मैच नहीं खेला है. इन सब के बावजूद भुलू को उम्मीद है कि उन्हें अपने फ़ेवरेट खिलाड़ी से किसी भी वक़्त फ़ोन आ सकता है.


भुलू हैं धोनी के ‘चाय दादा’. बांग्लादेश टीम के साथ कई टूर्स का हिस्सा रहे भुलू बेहतरीन चाय बनाते हैं. धोनी को भुलू के हाथ की चाय बहेद पसंद है. भुलू ने ये भी बताया कि धोनी चाय में नींबू ज़्यादा और अदरक कम लेते हैं.  

अदरक कम, नींबू ज़्यादा, धोनी हमेशा यही कहते थे. मुझे पता नहीं क्यों पर उन्हें मेरी बनाई चाय बहुत पसंद थी. एशिया कप के एक मैच के दौरान उन्होंने कुछ पत्रकारों से मेरी तरफ़ इशारा करते हुए कहा था मुझे इनसे बेहतरीन चाय मिलती है, आपसे क्या मिलेगा?

-भुलू चंद्र घोष

सिर्फ़ धोनी ही भुलू के चाय के दीवाने नहीं हैं. सुरेश रैना, रवींद्र जडेजा और युसूफ़ पठान भी भारत-बांग्लादेश के मैच से भुलू की बनाई मसाला चाय पीते थे.


कप्तान विराट कोहली और हेड कोच रवि शास्त्री को अपनी चाय का फ़ैन बनाना भुलू का सपना है.  

मैं सारा सामान अपने साथ लेकर चलता हूं. मुझे बस चाय बनाने की जगह चाहिए. 

-भुलू चंद्र घोष

भुलू बांग्लादेश के खिलाड़ियों के बीच भी काफ़ी मशहूर हैं. Hindustan Times की रिपोर्ट के मुताबिक़, इंटरव्यू के दौरान भी बांग्लादेशी खिलाड़ी मेंहदी हसन उन्हें कुछ फल देकर गए.


भुलू के ख़र्चे का ध्यान बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड रखती है. भुलू को उम्मीद है कि वो अपने क्रिकेट Idol धोनी से ईडन गार्डन्स में मिलेंगे.