शतरंज शह और मात का खेल है. इस खेल का उस्ताद बनने में अच्छे-अच्छों के पसीने छूट जाते हैं. पर 12 साल के R.Praggnanandhaa के लिए ये बाएं हाथ का खेल है, जिसमें उन्होंने एक नया कीर्तीमान बना डाला.
चेन्नई के रहने वाले R.Praggnanandhaa ने हाल ही में दुनिया के दूसरे सबसे छोटे ग्रैंडमास्टर का ख़िताब अपने नाम किया है. इन्होंने इटली में हुई Fourth International Chess Festival का नौवां राउंड जीत कर ये इतिहास रचा.
शतरंज के शहंशाह विश्वनाथन आनंद ने भी ट्वीट कर उनकी इस कामयाबी को सलाम किया है. बताते चलें कि आनंद ने 18 साल की उम्र में गैंडमास्टर होने का तमगा हासिल किया था.
Welcome to the club & congrats Praggnanandhaa!! See u soon in chennai?
— Viswanathan Anand (@vishy64theking) June 24, 2018
Praggnanandhaa के कोच R.B. Ramesh प्यार से उन्हें प्रग्गू बुलाते हैं. उनकी इस उपलब्धि के बारे में बात करते हुए कोच ने कहा- निश्चित तौर पर ये बहुत बड़ी उपलब्धि है, मुझे प्रग्गू पर गर्व है. उम्मीद है अब उसे कुछ अच्छे Sponsor मिलेंगे ताकि वो इस क्षेत्र में अपने करियर जारी रख सके, जिसकी इस वक़्त सख्त ज़रूरत है.
Praggnanandhaa की बड़ी बहन वैशाली भी एक चेस प्लेयर हैं. उन्होंने अपनी बहन से ही शतरंज खेलना सीखा. बेटे की इस कामयाबी पर Praggnanandhaa का परिवार बहुत खु़ुश है.
यूक्रेन के Sergey Karjakin के नाम है सबसे युवा ग्रैंडमास्टर रिकॉर्ड. ये रही लिस्ट:
1. Sergey Karjakin (Ukraine) 12 साल, 7 महीने.
2. R Praggnandhaa (India) 12 साल, 10 महीने.
3. Nodirbek Abdusattorov (Uzbekistan) 13 महीने, 1 महीना.
4. Parimarjan Negi (India) 13 साल, 4 महीने.
5. Magnus Carlsen (Norway) 13 साल, 4 महीने.