भारत जैसे क्रिकेट प्रेमी देश में प्रतिभावान खिलाड़ियों की कोई कमी नहीं है. 130 करोड़ की जनसंख्या वाले इस देश में 11 खिलाड़ियों वाली टीम में जगह बनाना हर किसी के बस की बात नहीं है. जो क़ाबिल होता है टीम में उसी को मौक़ा मिलता है. कपिल देव, महेंद्र सिंह धोनी, मुनाफ़ पटेल, इरफ़ान पठान जैसे कई ऐसे खिलाडियों ने कठिन परिस्तिथियों के बावज़ूद भारतीय टीम तक का सफ़र पूरा किया और पूरी दुनिया में भारत का नाम रौशन किया. कठिन परिस्तिथियों के बावजूद इस मुक़ाम तक पहुंचना अपने आप में बहुत बड़ी बात है. आज के युवा खिलाड़ियों को इनसे सीख लेनी चाहिए. आज के दौर में भी कई ऐसे युवा खिलाड़ी टीम इंडिया में जगह बना चुके हैं या टीम में जगह बनाने को तैयार हैं. कोई ऑटो चालक का बेटा है, तो किसी के पिता मज़दूरी करके परिवार चलाते हैं. मगर आजकल आईपीएल ने ऐसे युवाओं की मुश्किलों को कुछ हद तक कम करने का काम किया है. आईपीएल में खेलने वाले कुछ ऐसे ही युवा खिलाड़ी शानदार प्रदर्शन के दम पर टीम इंडिया में जगह बना चुके हैं. इन युवा खिलाड़ियों में कुछ खिलाड़ी बेहद ग़रीब परिवारों से आते हैं, लेकिन आईपीेल की नीलामी में इनको करोड़ों रुपयों में ख़रीदा गया है.

आप भी देखिये ये आईपीएल के ऐसे खिलाड़ी, जो आज क्रिकेट के सुपरस्टार्स बन चुके हैं:

1. मंज़ूर दार – बैटिंग ऑलराउंडर (किंग्स इलेवन पंजाब)

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आतंकवाद और खेल संसाधनों की कमी के चलते जम्मू-कश्मीर के युवा खेलों से दूर रहने को मज़बूर हैं. लेकिन इन कठिन परिस्तिथियों के बावजूद मंज़ूर दार नाम के इस क्रिकेटर ने कठिन परिस्थितियों से लड़कर आईपीएल तक का सफ़र तय किया है. चार भाईयों और तीन बहनों में सबसे बड़े मंज़ूर क्लब मैच खेलने से पहले मज़दूरी करके अपने परिवार का गुज़र बसर करते थे. एक बार उनके कोच ने एक लोकल टूर्नामेंट में मंज़ूर को लम्बे-लम्बे छक्के लगाते हुए देखा, तो उन्हें क्लब मैच खेलने को कहा. इसके बाद मंज़ूर रात में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी और दिन में क्लब के लिए खेलने लगे. इसके बाद उनके अच्छे खेल के कारण उन्हें स्टेट टीम में खेलने का मौक़ा मिला, इस दौरान उन्होंने अपनी टीम के लिए 9 टी-20 मैचों में 30:83 से रन बनाये. उनकी इसी कड़ी मेहनत और लगन के चलते आईपीएल-2018 में किंग्स इलेवन पंजाब ने उन्हें 60 लाख रुपये में ख़रीदा है.

2. थंगारसु नटराजन – तेज़ गेंदबाज़ (सनराइज़र्स हैदराबाद)

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आईपीएल-2018 में सनराइज़र्स हैदराबाद के लिए खेल रहे 26 साल के थंगारसु नटराजन का तमिलनाडु के चिनप्पामपट्टी से आईपीएल तक का सफ़र मुश्किलों भरा रहा है. पिछले साल तमिलनाडु प्रीमियर लीग में शानदार प्रदर्शन के बाद नटराजन को किंग्स इलेवन पंजाब ने 3 करोड़ रुपये में ख़रीदा था. एक वक़्त था, जब उनके घर में एक दिन का खाना खाने के बाद दूसरे दिन के लिए पैसे तक नहीं हुआ करते थे. नटराजन के पिता एक टेक्सटाइल फ़ैक्ट्री में काम करते थे जबकि मां हाईवे पर पकोड़े बेचकर परिवार का ख़र्च चलाती थी. नटराजन 20 साल की उम्र तक टेनिस बॉल से खेला करते थे. उनके पास इतने पैसे नहीं होते थे कि किसी क्लब में ट्रेनिंग ले सके. लेकिन उनके शानदार खेल के चलते उन्हें ‘जॉली रोवर्स क्लब’ से खेलने का मौका मिला, जहां से आर आश्विन और मुरली विजय भी खेल चुके हैं.

3. नाथू सिंह – तेज़ गेंदबाज़ (आईपीएल-10, गुजरात लायंस)

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नाथू सिंह इस नाम से आज हर कोई वाक़िफ़ है. नाथू इस समय राजस्थान रणजी के प्रमुख खिलाड़ी हैं. आईपीएल-9 के नीलामी में मुंबई इंडियंस ने 10 लाख की बेस प्राइस वाले इस क्रिकेटर को 3.2 करोड़ रुपए में ख़रीदकर सबको चौंका दिया था. आईपीएल-10 की नीलामी में गुजरात लायंस ने उन्हें 50 लाख रुपए में ख़रीदा था. जबकि 20 लाख बेस प्राइस वाले नाथू सिंह को इस साल किसी भी टीम ने नहीं खरीदा. लेकिन नाथू सिंह राजस्थान के लिए रणजी में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज मध्यम तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्राथ भी इस तेज गेंदबाजी के कायल हैं. एमआरएफ़ पेस अकेडमी में अभ्यास सत्र के दौरान मैक्ग्राथ ने नाथू सिंह को गेंदबाजी करते देखा था. तब वह उसकी रफ़्तार से काफ़ी प्रभावित हुए थे. उस समय उन्होंने कहा था कि ये लड़का एक दिन भारतीय क्रिकेट में बड़ा नाम होगा.

4. मोहम्मद सिराज – तेज़ गेंदबाज़ (रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर)

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ऑटोरिक्शा चलाने वाले का बेटा मोहम्मद सिराज आज क्रिकेट का चमकता सितारा है. हैदराबाद के इस तेज गेंदबाज़ युवा को आईपीएल-10 में सनराइज़र्स हैदराबाद ने 2.6 करोड़ रुपये में ख़रीदा था. रणजी ट्रॉफी में उनके शानदार प्रदर्शन के बाद उन्हें पिछले साल भारत के लिये खेलने का मौका भी मिल चुका है. इस साल आईपीएल नीलामी में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने सिराज को 2.60 करोड़ में ख़रीदा है.

5. सैयद ख़लील अहमद – तेज़ गेंदबाज़ (सनराइज़र्स हैदराबाद)

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साल 2016, अंडर-19 वर्ल्ड कप के दौरान राहुल द्रविड़ के शिष्य रहे सैयद ख़लील अहमद को इस साल सनराइज़र्स हैदराबाद ने 3 करोड़ में ख़रीदा है. इससे पहले आईपीएल के दो सीज़न में वो दिल्ली डेयरडेविल्स का हिस्सा रह चुके हैं. राजस्थान के रहने वाले ख़लील अहमद को घरेलू क्रिकेट में दमदार गेंदबाज़ी के कारण इतनी बड़ी रकम मिली है. ख़लील ने अब तक टी-20 क्रिकेट में 17.41 की औसत से 17 विकेट लिये हैं. ख़लील को अब तक सनराइज़र्स की तरफ से प्लेइंग इलेवन में खेलने का मौका तो नहीं मिला, लेकिन टीम का हिस्सा बनकर वो बहुत ख़ुश हैं.

6. मुजीब-उर-रहमान – स्पिन गेंदबाज़ (किंग्स इलेवन पंजाब)

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मात्र 17 साल के मुजीब-उर-रहमान अफ़ग़ानिस्तान के युवा प्रतिभावान खिलाड़ी हैं. इसी साल मुजीब ने दिसंबर 2017 में अफ़ग़ानिस्तान की सीनियर टीम में आते ही अपनी फिरकी गेंदबाज़ी से तहलका मचा दिया है. वो अपने देश के लिए 15 मैचों में 16.62 के शानदार औसत से 35 विकेट ले चुके हैं. उनके इसी शानदार प्रदर्शन के दम पर आईपीएल नीलामी में किंग्स इलेवन पंजाब ने उनको 4 करोड़ में खरीदा है. मुजीब बेहद ग़रीब परिवार से आते हैं, ऊपर से आतंकवाद से पीड़ित अफ़ग़ानिस्तान में उन्हें खेलने का इतना मौक़ा नहीं मिल पा रहा था. बीसीसीआई की मदद से कई अफ़ग़ानिस्तानी खिलाड़ी भारत क्रिकेट टीम का हिस्सा बनने की तैयारी करते हैं.

7. रिंकू सिंह – बैट्समैन (कोलकाता नाइट राइडर्स)

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उत्तर-प्रदेश के अलीगढ़ के रहने वाले रिंकू सिंह भी बहुत ही ग़रीब परिवार से संबंध रखते हैं. उनके पिता सिलेंडर डिलीवरी का काम करते हैं और भाई ऑटो रिक्शा चलाते हैं. कुल 7 सदस्यों वाले इनके परिवार में बड़ी मुश्किल से महीने का 12 हजार आ पाता है. लेकिन रिंकू की किस्मत कोलकाता नाइट राइडर्स ने बदल दी है. आईपीएल-11 की नीलामी में KKR ने उन्हें 80 लाख रुपये में ख़रीदा है. आईपीएल में अब तक उनका प्रदर्शन तो साधरण ही रहा है लेकिन उनमें अच्छा करने की पूरी क्षमता है. 20 साल के रिंकू यूपी घरेलु क्रिकेट भी खेल रहे हैं 

8. कामरान ख़ान – तेज़ गेंदबाज़ ( आईपीएल-3 राजस्थान रॉयल्स)

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आज़मगढ़ के एक बेहद ग़रीब परिवार से राजस्थान रॉयल्स की आईपीएल टीम में जगह बनाना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है. 27 साल के कामरान ख़ान को साल 2009 में राजस्थान रॉयल्स की तरफ से खेलने का मौक़ा मिला था. रॉयल्स ने उन्हें 15 लाख रुपये में ख़रीदा था. दो साल तक वो इस टीम के लिए खेले. लेकिन सिर्फ़ 5 मैचों में ही खेलने का मौक़ा मिल पाया, जिसमें उन्होंने 5 विकेट लिए.

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