वर्ल्ड कप में भारत-साउथ अफ़्रीका के मैच में जहां हर कोई रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह का फ़ैन हो गया, वहीं कुछ को धोनी के लिए प्यार जताने का एक और मौका मिल गया. 

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दरअसल इस मैच में धोनी ने इंडियन पैरा स्पेशल फ़ोर्सेस के चिन्ह वाले ग्लव्स पहने हुए थे. धोनी ने 2015 में Parachute Regiment में शामिल होते ही ट्रेनिंग की थी, जिसके बाद उन्हें लेफ़्टिनेंट कर्नल का औहदा मिला था. इस मैच में धोनी ने इसी फ़ोर्स के चिन्ह ‘बलिदान’ वाले ग्लव्स पहने थे. इस वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर धोनी को हर किसी का प्यार मिला था. 

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फ़ौज के लिए अपना प्यार और सम्मान दिखाने के लिए हर कोई धोनी की तारीफ़ कर रहा था. हालांकि रूल्स का हवाला देते हुए ICC ने BCCI को धोनी को ग्लव्स से ‘बलिदान’ का ये सिंबल हटाने को कहा है. 

इक्विपमेंट्स और कपड़ों को लेकर ICC के नियमों के मुताबिक, ‘कोई भी प्लेयर कोई ऐसे कपड़े या इक्विपमेंट का इस्तेमाल नहीं कर सकता जिसमें राजनीतिक, धार्मिक और नस्लीय सन्देश हो. ऐसा न ही उसके किसी कपड़े, टूल, इक्विपमेंट और कपड़ों पर लगी किसी चीज़ में होना चाहिए.’ 

-ICC

ICC के इस निर्देश के बाद BCCI ने ICC से दरख़्वास्त करते हुए धोनी को ‘बलिदान’ के चिन्ह वाले ग्लव्स पहनने की अनुमति मांगी है. जिस पर फ़िलहाल ICC का कोई जवाब नहीं आया है. 

ये मामला इतना बड़ा हुआ कि ट्विटर पर DhoniKeepTheGlove ट्रेंड करने लगा. सोशल मीडिया पर लोग धोनी को सपोर्ट करते हुए लिख रहे हैं कि उन्हें ये ग्लव्स पहनने दिए जाने चाहिए.         

हालांकि इनमें कुछ लोग ऐसे भी थे, जिन्होंने धोनी को क्रिकेट के नियमों का सम्मान करने की बात कही.इनमें से एक फ़ुटबॉल कप्तान, बाइचुंग भूटिया भी थे: 

अब ये 10 जून को भारत-ऑस्ट्रेलिया मैच में ही पता चलेगा कि इन ग्लव्स का क्या होता है.