मेजर ध्यानचंद हॉकी का वो जादूगर, जिसे गोल करने की अद्भुत कला प्राप्त थी. खेल के मैदान में जब इनकी हॉकी उठती थी, तो अच्छे-अच्छों के पसीने छूट जाते थे. इलाहाबाद में जन्म लेने वाले इस महान खिलाड़ी ने 3 ओलंपकि खेलों भारत को स्वर्ण पदक दिलाया. अब तक आप इनके खेल के बारे में कई बातें सुनते आए होंगे, लेकिन आज ध्यानचंद से जुड़े कुछ रोचक तथ्य भी जान लीजिए.

1. ध्यानचंद का वास्तविक नाम ध्यान सिंह था. वो अपने खेल के प्रति इतने अधिक समर्पित थे कि बेहतर खिलाड़ी बनने के लिए वो चांद की रौशनी में हॉकी की प्रैक्टिस करते थे. बस यहीं से उनका नाम ध्यानचंद पड़ा.

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2. 1936 के ओलंपिक हॉकी फ़ाइनल में भारत ने जर्मनी को 08-01 से हरा दिया था, जिसमें ध्यानचंद ने अकेले 3 गोल किए थे. भारत की इस जीत के बाद हिटलर तुंरत स्टेडियम छोड़ कर चला गया था. वहीं शाम को जब हिटलर ने ध्यानचंद से पूछा कि तुम हॉकी खेलने के अलावा क्या करते हो, तो उनका जवाब था भारतीय सेना का सैनिक हूं. इसके बाद हिटलर ने उन्हें जर्मनी की सेना में भर्ती होने का ऑफ़र दिया, लेकिन उन्होंने ये कह कर ठुकरा दिया कि देश को आगे बढ़ाना मेरी ज़िम्मेदारी है.

3. इस महान खिलाड़ी के सम्मान में 2002 में दिल्ली के नेशनल हॉकी स्टेडियम का नाम ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम रख दिया गया था.

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4. ध्यानचंद महज़ 16 साल के थे, जब उन्होंने भारतीय सेना जॉइन की थी और मेजर बन कर 1956 में रिटायरमेंट लिया.

5. महान खिलाड़ी ने 1928, 1932 और 1936 के ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व किया और तीनों ही बार गोल्ड मेडल लाने में कामयाब रहे.

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6. विएना के निवासियों ने खिलाड़ी के सम्मान में वहां के एक क्लब में ध्यानचंद के चार हाथों वाली मूर्ति लगाई है, जिसमें वो हाथों में हॉकी स्टिक लिये हुए दिखाई दे रहे हैं.

7. एक बार हॉकी खेलते वक़्त ध्यानचंद कोई भी गोल नहीं कर पाए थे, जिसके चलते उन्होंने गोल पोस्ट छोटा होने का तर्क दिया. वहीं जब गोल पोस्ट की नाप को अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुरूप नहीं पाया गया, तो ये देख सब हैरान रहे गए.

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8. ध्यानचंद को देखने के बाद महान क्रिकेटर ब्रैडमैन ने कहा था कि वो ऐसे गोल करते हैं जैसे क्रिकेट में रन बन रहे हों.

9. लंदन के एक ट्यूब स्टेशन का नाम ध्यानचंद के नाम पर रखा गया है.

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10. ध्यानचंद के जन्मदिन के मौके पर ही 29 अगस्त को नेशनल स्पोर्ट्स डे मनाया जाता है.

ये महान खिलाड़ी भले ही आज दुनिया में न हो, लेकिन अपने अद्भुत खेल के कारण आज भी लोगों के दिलों में ज़िंदा है.