टीम इंडिया के कप्तान, विराट कोहली अपने स्तर को इतना ऊंचा उठा चुके हैं कि अब समय-समय पर उन्हें सचिन तेंदुलकर का असली उत्तराधिकारी मान लिया जाता है. वे आज दुनिया के सबसे लोकप्रिय क्रिकेटर हैं. मार्केटिंग जगत में उनके नाम की तूती बोलती है. सबसे फ़िट क्रिकेटर्स में उनकी गिनती होती है और दुनिया के कई मशहूर एथलीट्स के लिए वे प्रेरणा बने हुए हैं.
पश्चिमी दिल्ली का ये चीकू दरअसल आज से कई साल पहले तक बटर चिकन और मटन रोल्स का दीवाना था. लेकिन ज़बरदस्त मानसिक मज़बूती दिखाते हुए वे अपनी इन पसंदीदा चीज़ों को सालों पहले छोड़ चुके हैं. कोहली टूर की वजह से यात्रा कर रहे हों या क्रिकेट के मैदान पर हों, वे अपना फ़िटनेस रूटीन नहीं छोड़ते हैं.
पुर्तगाल के सुपरस्टार फुटबॉलर क्रिस्चियानो रोनाल्डो को फ़िटनेस के मामले में आदर्श मानने वाले कोहली की सफ़लता के पीछे उनके वर्कआउट्स ही नहीं, बल्कि उनकी डाइट का भी हाथ है.
कोहली बेहद कम कार्बोहाइड्रेट लेते हैं. उसके खाने में रोटी तक नहीं होती. उनकी कॉफ़ी में चीनी नहीं होती, वो कभी पैकेट वाले जूस नहीं पीते और या तो वे ग्रिल्ड या फ़िर उबला हुआ खाना ही खाते हैं.
एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कोहली का पानी भी इंपोर्ट होकर आता है. वे केवल Evian नाम की कंपनी का पानी ही पीते हैं. कोहली के लिए पानी की ये बोतल फ्रांस से मंगवाई जाती है. इस एक लीटर पानी की बोतल की कीमत 600 रुपये है.
कोहली के बचपन के कोच, राजकुमार शर्मा के मुताबिक, “आज कई क्रिकेट विशेषज्ञ और एथलीट्स उसकी फ़िटनेस से प्रेरणा लेते हैं, लेकिन मैं उसकी मानसिक मज़बूती का कायल हूं. कोहली ने एक बार कहा था कि अगर कप्तान होने के नाते मैं टीम के लिए स्टैंडर्ड सेट नहीं करूंगा तो कौन करेगा? खाने का शौकीन विराट आज अपनी लाइफ़स्टाइल में ज़बरदस्त बदलाव लाकर अपनी टीम के लिए प्रेरणा बना हुआ है”.
उन्होंने बताया कि “कोहली अपनी डाइट को लेकर इतना सजग रहने लगा था कि जब वो मेरे घर भी आता था, तो वो पैकेट वाला जूस नहीं पीता था. या तो आप उसे फ्रेश फ्रूट जूस दो या कुछ मत दो. कार्बोहाइड्रेट से बनी चीज़ों को वो हाथ तक नहीं लगाता था और उसके रूटीन में अब कोई चीट डे भी नहीं होता.”
राजकुमार के अनुसार, डाइट और फ़िटनेस के प्रति ये अनुशासन दरअसल कोहली की मानसिक मज़बूती का परिचायक है. एक छोटे समय के लिए किसी काम को लेकर डेडिकेशन से जुटना आसान है, लेकिन लंबे समय तक एक बेहद अनुशासित जीवन जीना काफ़ी मुश्किल होता है. कोहली ने ये फ़िटनेस पाने के लिए कई त्याग किए हैं. यही कारण है कि आज वो अपने खेल के टॉप पर हैं.