अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने पूर्व श्रीलंकाई कप्तान सनथ जयसूर्या को आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में क्रिकेट के सभी प्रारूपों से दो साल के लिए बैन कर दिया है.

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दरअसल, श्रीलंकाई क्रिकेट में बड़े स्तर पर फैले भ्रष्टाचार को लेकर आईसीसी ने सनथ जयसूर्या से पूछताछ की थी. इस दौरान आईसीसी के भ्रष्टाचार निरोधक इकाई (एसीयू) ने जयसूर्या को संहिता के दो अनुच्छेदों के उल्लंघन का दोषी पाया था.

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आईसीसी की तरफ़ से कहा गया कि जयसूर्या को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से दो साल के लिए बैन कर दिया गया है. उन्हें आइसीसी के नियम आर्टिकल 2.4.6 यानी आइसीसी की जांच में सहयोग न करने, आर्टिकल 2.4.7 जांच में बाधा डालने और सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने का दोषी पाया गया है.

दो साल के लिए प्रतिबंधित किए जाने के बाद जयसूर्या ने इस फ़ैसले को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ करार दिया और दावा किया कि आईसीसी के पास उनके ख़िलाफ़ ‘भ्रष्टाचार, सट्टेबाजी या आंतरिक सूचना के दुरूपयोग’ का कोई सबूत नहीं है.

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जयसूर्या ने साथ ही कहा कि ‘मैंने हमेशा देश को सबसे पहले रखा और क्रिकेट प्रेमी जनता इसका गवाह रही है. मैंने हमेशा पूरी ईमानदारी के साथ इस खेल को खेला है. मैं श्रीलंका की जनता और अपने प्रशंसकों का आभार व्यक्त करता हूं जो इस मुश्किल दौर में मेरे साथ खड़ी है’.

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जयसूर्या साल 1996 विश्व कप विजेता श्रीलंकाई टीम के अहम सदस्य थे. उन्होंने अपने 22 साल के अंतर्राष्ट्रीय करियर में 445 वनडे में 13430 रन व 323 विकेट चटकाए जबकि 110 टेस्ट मैचों में 6973 रन व 98 विकेट झटके.

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श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड में रहते हुए पॉलिटिकल पार्टी से जुड़ना हो या फिर MMS लीक होना होना. जयसूर्या हमेशा से ही विवादों में रहने वाले क्रिकेटर रहे हैं. वो दो बार श्रीलंकाई चयनसमिति के अध्यक्ष भी रहे हैं.

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इस फ़ैसले के बाद वो क्रिकेट प्रशासन में कोई भी भूमिका नहीं निभा पांएगे.