115 बॉल्स पर 171 रन बनाने वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम की खिलाड़ी, हरमनप्रीत ने ऑस्ट्रेलिया को सेमी फ़ाइनल में 36 रनों से हरा कर भारत को वर्ल्ड कप फ़ाइनल में पहुंचा दिया है. इसके साथ ही उन्होंने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. इस पर उनकी मां ने एक महत्वपूर्ण सन्देश दिया है.

उन्होंने कहा है कि अगर सभी लोग अपनी बेटियों को मौका देंगे, तो सभी बेटियां हरमनप्रीत की तरह देश का गौरव बन सकती हैं. बेटियों को जीने का अधिकार देना चाहिए, उन्हें कोख में मार नहीं देना चाहिए.

हरमनप्रीत की बहन हेमजीत ने बताया कि उनके पिता दोनों बहनों के आदर्श रहे हैं. उनके पहले कोच भी उनके पिता ही थे. दरअसल, उनके पिता भी एक अच्छे क्रिकेटर थे, लेकिन परिवार के हालातों के चलते वो इस फ़ील्ड में अपना करियर नहीं बना पाए. अब वो अपने सपनों को हरमनप्रीत के ज़रिये जी रहे हैं.

हरमनप्रीत के पिता हरमंदर सिंह ने कहा कि उनकी बेटी ने उनसे वादा किया है कि भारत विश्वकप ज़रूर उठाएगा. आज उन्हें उस पर गर्व है.

हरमनप्रीत ने एक दिवसीय मैच में सबसे ज़्यादा रन बनाने का ख़िताब अपने नाम किया है. हरमनप्रीत ने बताया कि उन्हें पूरे टूर्नामेंट के दौरान बैटिंग करने का मौका नहीं मिल पाया था. इसलिए जैसे उन्हें मौका मिला, उन्होंने पूरे दम-ख़म से बैटिंग की और एक शानदार पारी खेली.

28 वर्षीय हरमनप्रीत पंजाब के मोगा की रहने वाली हैं और वीरेंद्र सहवाग को अपना आइडल मानती हैं.