साल 2019 की शरुआत भारतीय खेल इतिहास के लिए बेहद शानदार रही. साल के पहले हफ़्ते के आख़री दिन रविवार को भारतीय फ़ुटबॉल टीम ने 55 साल बाद ‘एशियन कप’ के किसी मैच में जीत हासिल की. वहीं भारतीय क्रिकेट टीम 72 साल में पहली बार ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज़ जीतने में कामयाब रही.
पहले बात फ़ुटबॉल की

रविवार का दिन भारतीय फ़ुटबॉल के लिए ऐतिहासिक रहा. भारतीय कप्तान सुनील छेत्री के दो शानदार गोल की मदद से भारतीय टीम ने थाइलैंड को 4-1 से हरा कर ‘AFC Asian Cup’ में शानदार आगाज़ किया. भारतीय टीम ने 55 साल बाद इस टूर्नामेंट में जीत हासिल की है. पिछली बार 1964 के ‘एशियन कप’ में भारतीय टीम ने जीत हासिल की थी. उस समय भारतीय टीम उप-विजेता रही थी. वहीं, थाइलैंड के ख़िलाफ़ भारत 1986 के बाद पहली बार जीत हासिल करने में कामयाब रहा.

इसके साथ ही भारतीय कप्तान सुनील छेत्री दुनिया के नंबर दो फ़ुटबॉलर बन गए हैं. अपने देश के लिए सर्वाधिक गोल दागने के मामले में उन्होंने अर्जेंटीना के लियोनल मेसी (65) को भी पीछे छोड़ दिया है. सुनील छेत्री अब कुल 67 गोल के साथ दूसरे नबर पर हैं, जबकि पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो (85) गोल के साथ अब भी टॉप पर हैं.
FIFA वर्ल्ड रैंकिंग में भारतीय टीम अब भी 97वें पायदान पर मौजूद है.

अब बात करते हैं क्रिकेट की

सिडनी टेस्ट का पांचवां दिन भी बारिश के नाम रहा. टेस्ट मैच ड्रॉ होने के साथ ही भारत 72 साल में पहली बार ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज़ जीतने में क़ामयाब रहा. टीम इंडिया ने चार टेस्ट मैचों की ये सीरीज़ 2-1 से अपने नाम की. अगर दो दिन लगातार बारिश नहीं होती तो सिडनी टेस्ट भी भारत की झोली में होता.

सिडनी टेस्ट के असली हीरो रहे चेतेश्वर पुजारा को 193 रन की बेमिसाल पारी के लिए ‘मैन ऑफ़ द मैच दिया गया. वहीं सीरीज़ में सर्वाधिक 521 रन बनाने के साथ ही पुजारा ‘मैन ऑफ़ द सीरीज़’ भी बने.

एक ज़माना था जब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया में सीरीज़ ड्रॉ कराने को जीत के बराबर समझती थी, लेकिन आज दौर अलग है. विराट की ये सेना विदेशी धरती पर जाकर जीत हासिल करने में विश्वास रखती है. अब तक टीम इंडिया के कुल 13 कप्तान ऑस्ट्रेलिया का दौरा कर चुके हैं, लेकिन टेस्ट सीरीज़ जीतने में कामयाब सिर्फ़ विराट कोहली हो पाए.

भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया में पहली टेस्ट सीरीज़ 1947 में आजादी के बाद लाला अमरनाथ की कप्तानी में खेली थी. 5 मैचों की इस सीरीज़ में भारत को 4-0 की शिकस्त मिली थी. साल 1947 के बाद भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया में कुल 12 टेस्ट सीरीज़ खेली, जिनमें से 8 सीरीज़ में भारत को शिकस्त झेलनी पड़ी. इस दौरान भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया में कुल 48 टेस्ट मैच खेले, जिसमें से उसे मात्र 7 टेस्ट मैचों में ही कामयाबी मिल पायी. 29 टेस्ट मैचों में हार, जबकि 12 टेस्ट मैच ड्रॉ रहे.

टीम इंडिया ने 1977-78 के दौरे पर बिशन सिंह बेदी की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया में पहला टेस्ट मैच जीता था. इस दौरे पर भारत ने कुल दो टेस्ट मैच जीते. बावजूद इसके भारत 3-2 से सीरीज़ हार गया था.

साल 2019 की शुरुआत तो भारत के लिए बेहद शानदार रही. उम्मीद करते हैं कि भारत 2019 ‘क्रिकेट वर्ल्ड कप’ के साथ ही अन्य खेलों में भी कामयाबी हासिल करे.