होली के त्यौहार के बीच हम सभी भारतीयों के लिए UAE से दिल ख़ुश कर देने वाली ख़बर आयी है.
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दरअसल, अबू धाबी में खेले गए ‘स्पेशल ओलंपिक वर्ल्ड गेम्स 2019’ में भारतीय खिलाड़ियों ने 368 मेडल जीतकर नया कीर्तिमान स्थापित किया है.
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इस प्रतियोगिता में कुल 190 देशों ने भाग लिया था. 14 मार्च से 21 मार्च तक खेली गई इस प्रतियोगिता में 284 भारतीय खिलाड़ियों ने 85 स्वर्ण, 154 रजत और 129 कांस्य समेत कुल 368 मेडल अपने नाम किए.
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कुल 368 पदक अपने नाम कर के स्पेशल ओलंपिक में ये भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी बन गया है.
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भारत के लिए सबसे अधिक 96 मेडल (20 स्वर्ण, 33 रजत और 43 कांस्य) ‘पावरलिफ़्टिंग’ में आये. इसके बाद ‘रोलर स्केटिंग’ में 49 मेडल (13 स्वर्ण, 20 रजत और 16 कांस्य) आए. वहीं ‘साइक्लिंग’ में भारत ने 45 मेडल (11 स्वर्ण, 14 रजत और 20 कांस्य) जीते.
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इसके अलावा भी भारतीय खिलाड़ियों ने एथलेटिक्स, गोल्फ़, वॉलीबॉल, Aquatics, जूडो, टेबल टेनिस, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, हैंडबॉल में भी पदक हासिल किए.
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इस प्रतियोगिता में भारत के लिए सबसे ख़ास बात ये रही कि शानदार प्रदर्शन करने वाले अधिकतर भारतीय एथलीट ग़रीब और पिछड़े इलाक़ों से हैं.
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गोवा की रहने वाली सबिता यादव ने ‘स्पेशल ओलंपिक वर्ल्ड गेम्स’ में टेबल टेनिस एकल इवेंट में गोल्ड अपने नाम किया. सविता के पिता का देहांत हो चुका है, जबकि मां दूसरों के घरों में झाड़ू-पोछा करने का काम करती हैं. वहीं आर्थिक तौर पर बेहद कमज़ोर लखनऊ की प्रिया कुशवाहा ने दो स्वर्ण और एक कांस्य पदक जीतकर देश का नाम रौशन किया.
इसी तरह आर्थिक रूप से कमज़ोर कई ऐसे ही एथलीट रहे जिनकी सच्ची खेल भावना और जुनून ने इतिहास रचने में कामयाबी हासिल की.