भारत का आईसीसी महिला टी20 विश्वकप में हाल ही में प्रतिनिधित्व करने वाली ऑलराउंडर ऋचा घोष ने कोविड-19 महामारी को मात देने के लिए एक लाख रुपये बंगाल मुख्यमंत्री राहत कोष में दान किए हैं. 

इस बात की जानकारी देते हुए Cricket Association of Bengal (CAB) ने बताया कि ऋचा के पिता मानाबेंद्रा घोष ने शनिवार को सिलिगुड़ी जिला मजिस्ट्रेट सुमंत सहाय के निवास पर जाकर उन्हें एक लाख रुपये का चेक दिया. 

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ऋचा ने कहा कि, ‘जब हर कोई कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में जुटा है और मुख्यमंत्री ने भी इसके खिलाफ़ एक साथ आकर लड़ने की अपील की तो, मैंने भी देश की एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते अपनी तरफ़ से योगदान करने का सोचा.’ 

टी20 विश्वकप से पहले ऋचा घोष और शेफ़ाली वर्मा ने ऑस्ट्रेलिया में त्रिकोणीय सीरीज़ में पर्दापण किया था. उस वक़्त दोनों की ही उम्र 16 वर्ष थी. दोनों ने आठ मार्च को हुए फ़ाइनल मुकाबले में हिस्सा लिया था. इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 85 रन से मात दी थी. 

indiatoday की रिपोर्ट के मुताबिक़, CAB की मान्यता प्राप्त इकाईयों और अधिकारियों ने भी स्टेट बॉडी की ओर से अपने योगदान का ऐलान किया. 

कैब ने कहा, ‘66 कैब मैच पर्यवेक्षकों ने 1.5 लाख रुपये, जबकि 82 स्कोरर ने अपने एक दिन सैलरी दी है जो मिलाकर 77,420 रुपये होती है.’ 

कैब में Mohammedan Sporting Club के प्रतिनिधि दीपक सिंह ने राहत कोष में दो लाख रुपये दान किये. वहीं, पूर्व टेस्ट खिलाड़ी एम मुखर्जी और बंगाल की अंडर-23 टीम के कोच जयंत घोष दास्तीदार ने क्रमश: 25,000 और 10,000 रुपये योगदान करने की इच्छा व्यक्त की. 

कैब से संबद्ध इकाईयों में White Border Club और Vijay Sports Club ने 50-50 हज़ार रुपये दान करने का ऐलान किया. वहीं, District Sports Associations में Coochbehar DSA ने राज्य राहत कोष में 10,000 रुपये का दान किये..