क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर को पूरी दुनिया उनकी शानदार बल्लेबाज़ी के लिए जानती है. सचिन का नाम ज़बान पर आते ही फ़ैंस को उनके 100 शतकों का रिकॉर्ड्स याद आने लगता है. क्रिकेट में जो रिकॉर्ड्स सचिन ने बनाये वो आज तक कोई अन्य बल्लेबाज़ नहीं बना पाया. यही कारण था कि उन्हें ‘God of Cricket’ भी कहा जाता है.

लेकिन वो कहावत तो सुनी ही होगी….. कोई भी इंसान परफ़ेक्ट नहीं होता.
क्रिकेटर के तौर पर सचिन तेंदुलकर के साथ भी कुछ ऐसा ही था. मानते हैं कि सचिन ने कई मौकों पर भारत को अकेले के दम पर मैच जिताये, लेकिन कई ऐसे मौके भी आये जब सचिन की वजह से भारत ने मैच गंवा दिए.

सचिन की सबसे बड़ी कमज़ोरी थी ‘नर्वस 90’. नब्बे के स्कोर के क़रीब पहुंचते ही सचिन की ये कमज़ोरी सामने आने लगती थी. 90 के बाद सचिन की बल्लेबाज़ी बेहद धीमी हो जाती थी. मसलन वो 10 रन पूरे करने में औसतन 18 से 20 गेंदे खेल जाते थे. वो शतक बनाने का दबाव झेल नहीं पाते थे. उनकी वजह से नॉन स्ट्राइक बल्लेबाज़ भी प्रेशर में आ जाता था. सचिन के शतक के चक्कर में कई बार भारत को मैच भी गंवाने पड़े.
आईये जानते हैं ऐसे वो कौन-कौन से मौके थे जब सचिन की वजह से भारत ने मैच गंवाए.
1- एशिया कप 2012
भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए इस मुक़ाबले में बांग्लादेश ने भारत को 5 विकेट की करारी शिकस्त दी थी. इस मुक़ाबले में भारत ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 289 रन बनाये थे. जिसमें सचिन ने 147 गेंदों में 114 रनों की पारी खेली थी. भारत की हार का कारण भी सचिन की ये पारी ही थी. क्योंकि जब सचिन 39.1 ओवर में 94 रन पर खेल रहे थे तो शतक बनाने के चक्कर में उन्होंने 14 गेंदें खेल डाली. स्लॉग ओवरों के दौरान इतनी गेंदों पर कम से 30 से 35 रन बनते हैं. लेकिन भारत का स्कोर जहां 320 के पार पहुंचना था वहां सिर्फ़ 289 रन ही बने.

2- 90s के बाद फिर धीमे हुए सचिन
साल 2000 में ऑस्ट्रेलिया के होबार्ट में खेले गए भारत-पाकिस्तान मुक़ाबले में पाकिस्तान ने भारत को 32 रनों से हरा दिया था. इस मुक़ाबले में सचिन ने 103 गेंदों में 93 रनों की पारी खेली थी. लक्ष्य का पीछा करते हुए सचिन 90s के बाद बेहद धीमे हो गए थे. सचिन इतना धीमा खेले कि 35 ओवरों में 177 बना चुकी भारतीय टीम पाकिस्तान के 262 रनों के आगे 47वें ओवर में ही 230 रनों पर सिमट गई.

3- 143 गेंदों पर 99 रन
साल 2007 दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ बेलफ़ास्ट में खेले गए एक मुक़ाबले में भारत ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 8 विकेट के नुकसान पर 242 रन बनाये. दक्षिण अफ़्रीका ने ये मैच 4 विकेट से जीता था. इस मैच में सचिन ने 143 गेंदों पर 99 रनों की पारी खेली थी. शतक बनाने के चक्कर में सचिन ने बेहद धीमा खेला. यहां तक कि उनके साथ बल्लेबाज़ी कर रहे राहुल द्रविड़ तक ने 93 गेंदों में 74 रनों की पारी खेल डाली थी. इस दौरान द्रविड़ का स्ट्राइक रेट सचिन से बेहतर था. भारत 42वें ओवर तक 193 रन बना चुका था जो एक वक़्त 260 का टारगेट लग रहा था.

सचिन के बारे में अक्सर यही कहा जाता है कि वो 90 के स्कोर पर पहुंचते ही शतक बनाने के लिए खेलने लगते थे. चाहे टीम का स्कोर कुछ भी हो.