बीते रविवार रात मस्कट में भारी बारिश के कारण भारत और पाकिस्तान के बीच ‘एशियन चैम्पियंस ट्रॉफ़ी’ हॉकी का फ़ाइनल रद्द हो गया. इसके साथ ही दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित किया गया. ट्रॉफ़ी किसके हिस्से जाएगी इसके लिए टॉस का सहारा लिया गया, जिसमें भाग्य ने भारत का साथ दिया. इसके साथ ही भारतीय टीम ट्रॉफ़ी के साथ वापस लौटेगी. इससे पहले साल 2016 में इस टूर्नामेंट के फ़ाइनल में भारत पाकिस्तान को हराकर चैंपियन बना था.

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भारत ने इससे पहले टूर्नामेंट के लीग चरण में पाकिस्तान को 3-1 से हराया था. इस टूर्नामेंट में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन की बात करें, तो पीआर श्रीजेश ‘बेस्ट गोलकीपर’ चुने गए जबकि आकाश ‘प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट’ के हक़दार बने. मलेशिया के फैज़ल सारी ‘हाइएस्ट स्कोरर ऑफ़ टूर्नामेंट’ बने जबकि ‘एमर्जिंग प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट’ का पुरस्कार पाकिस्तान के मोहम्मद अबु बकर ने जीता.

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भारत और पाकिस्तान की टीमें 30वीं बार फ़ाइनल में आमने-सामने थीं. हालांकि, ‘एशियन चैम्पियंस ट्रॉफ़ी’ में दोनों टीमों का ये चौथा फ़ाइनल मुक़ाबला था. लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है, जब दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित किया गया.

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भारत इससे पहले दो बार साल 2011 और 2016 में चैंपियन बन चुका है, जबकि पाकिस्तान भी दो बार साल 2012 और 2013 में चैंपियन बना था. दोनों देशों के बीच अब तक कुल 176 मैच खेले जा चुके हैं. इनमें से भारत ने 62 और पाकिस्तान ने 82 जीते हैं, जबकि 32 मुक़ाबले ड्रॉ रहे हैं.

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भारतीय टीम के लिए ख़ास बात ये रही कि ‘एशियन चैम्पियंस ट्रॉफ़ी’ में वो पिछले दो साल से एक भी मुक़ाबला नहीं हारी है. इस साल भारत ने छह में से पांच मुक़ाबले जीते जबकि एक ड्रॉ रहा. वहीं साल 2016 में टीम ने सात में से छह मैच जीते थे, एक ड्रॉ रहा था. भारत और पाकिस्तान की हॉकी टीमों के बीच हुए पिछले 11 मुक़ाबलों में से पाकिस्तान एक में जीत दर्ज़ नहीं कर पाया.

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जबकि तीसरे स्थान के लिए मलेशिया और जापान के बीच खेले गए मुक़ाबले में मलेशिया ने शूटआउट के दौरान जापान को 3-2 से हराकर ब्रोंज़ मेडल अपने नाम किया.