मंगलवार को दुबई में ‘चेन्नई सुपर किंग’ और ‘राजस्थान रॉयल्स’ के बीच आईपीएल का चौथा मैच खेला गया. इस ज़बरदस्त मुक़ाबले में ‘राजस्थान रॉयल्स’ ने ‘चेन्नई सुपर किंग’ को 16 रनों से शिकस्त दी.

इस अहम मुक़ाबले में संजू सैमसन की 74 रनों की धमाकेदार पारी के दम पर ‘राजस्थान रॉयल्स’ ने 216 रन बनाए. सैमसन ने 74 रनों की पारी के दौरान 9 छक्के लागए. जवाब में ‘चेन्नई सुपर किंग’ ने 6 विकेट के नुकसान पर 200 रन बनाये. इस दौरान धोनी ने आख़िरी ओवर में 3 गगनचुंबी छक्के लगाकर गेंद स्टेडियम से बाहर डाल दी थी.

इस बीच इंडिया के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर ने महेंद्र सिंह धोनी को उनकी ख़राब रणनीति और बल्लेबाज़ी के लिए जमकर लताड़ लगाई है.
ESPNCricinfo से बातचीत में गंभीर ने कहा कि, धोनी जैसे बल्लेबाज़ को आगे आकर टीम को संभालना चाहिए था न कि 7वें नंबर पर आकर बल्लेबाज़ी करके. सैम करन और ऋतुराज गायकवाड़ जैसे युवा खिलाड़ियों को ख़ुद से पहले बल्लेबाज़ी के लिए भेजना कहां की समझदारी है? वो भी तब जब आप 217 रनों का टारगेट चेज़ कर रहे हों.

अगर पारी के आख़िरी ओवर में धोनी द्वारा लगाए गए 3 छक्कों की बात करें तो ये टीम के किसी काम के नहीं थे. ये रन धोनी ने ख़ुद के लिए बनाये थे. आख़िर में आकर ये तो कोई भी कर सकता है. बावजूद इसके लोग धोनी की ऐसी बल्लेबाज़ी के लिए उन्हें कुछ नहीं बोलेंगे.

आख़िर धोनी से क्यों नाराज़ हैं गंभीर
दरअसल, ‘चेन्नई सुपर किंग’ 216 रनों के विशाल टारगेट का पीछा करते हुए 74 रन पर अपने 4 महत्वपूर्ण विकेट गंवाकर मुश्किल में थी, लेकिन धोनी ने ऐसे समय में ख़ुद न आकर केदार जाधव को बल्लेबाज़ी के लिए भेजा. धोनी जब 7वें नंबर पर बल्लेबाज़ी करने आये तो टीम का स्कोर 13.4 ओवर में 114 रन था.

‘चेन्नई सुपर किंग’ को 38 गेंदों में 103 रनों की ज़रूरत थी. फ़ैंस को पूरी उम्मीद थी कि धोनी है तो मुमकिन है, लेकिन धोनी आख़िरी ओवर तक धीमी बल्लेबाज़ी करते रहे. उनके अंदर मैच जीतने का जज़्बा ही नज़र नहीं आ रहा था. हालांकि, आख़िरी ओवर में धोनी ने 3 छक्के ज़रूर लगाए, लेकिन ये किसी काम के नहीं थे.

इस दौरान महेंद्र सिंह धोनी ने न सिर्फ़ बल्लेबाज़ी से, बल्कि अपनी रणनीति से भी फ़ैंस को बेहद निराश किया.