बीते बुधवार को दुबई में ‘दिल्ली कैपिटल्स’ और ‘राजस्थान रॉयल्स’ के बीच खेला गया आईपीएल 30वां का मुक़ाबला बेहद रोमांचक रहा. इस कड़े मुक़ाबले में दिल्ली ने राजस्थान को 13 रनों से शिकस्त दी.
‘दिल्ली कैपिटल्स’ ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए शिखर धवन (57) और कप्तान श्रेयस अय्यर (53) की अर्धशतकीय पारियों के दम पर 161 रन बनाये. इसके जवाब में ‘राजस्थान रॉयल्स’ 8 विकेट खोकर 148 रन ही बना सकी. इस जीत के साथ ‘दिल्ली कैपिटल्स’ 12 अंकों के साथ अंक तालिका में पहले पायदान पर क़ायम है.
इस दौरान तुषार ने पहले बेन स्टोक्स उसके बाद आख़िरी ओवर में शानदार गेंदबाज़ी करते हुए श्रेयश गोपाल का विकेट झटका. ‘राजस्थान रॉयल्स’ को आख़िरी ओवर में जीत के लिए 22 रन चाहिए थे. ऐसे में चोटिल श्रेयश अय्यर के स्थान पर कप्तानी कर रहे शिखर धवन गेंद तुषार को थमाई. इस दौरान तुषार ने आख़िरी ओवर में ज़बरदस्त गेंदबाज़ी करते हुए केवल 8 रन ही दिए.
Tushar Deshpande has a bright future – @KagisoRabada25 #Dream11IPL pic.twitter.com/BGNBJGOxgu
— IndianPremierLeague (@IPL) October 14, 2020
कौन हैं तुषार देशपांडे?
साल 2008 में खेले गए आईपीएल के पहले सीज़न के दौरान तुषार देशपांडे ‘बॉल बॉय’ का काम करते थे. हालांकि, उस समय वो अंडर 13 क्रिकेट भी खेल रहे थे, लेकिन साथ ही आईपीएल में ‘बॉल बॉय’ का काम भी करते रहे. ‘बॉल बॉय’ से तेज़ गेंदबाज़ बनने तक का तुषार का ये सफ़र बेहद मुश्किल भरा रहा. आज इसके लिए उनकी ख़ूब चर्चा भी हो रही है.
बनना था बल्लेबाज़ ग़लती से बन गए गेंदबाज़
13 साल की उम्र में तुषार बल्लेबाज़ बनना चाहते थे, लेकिन साल 2008 में जब वो शिवाजी पार्क में बल्लेबाज़ी का टेस्ट देने गए थे तो वो कल्याण से शिवाजी पार्क तक का ट्रेन का लंबा सफ़र तय करके काफ़ी गए थे. जब स्टेडियम पहंचे तो बल्लेबाज़ों की लाइन काफ़ी लंबी थी, इसलिए वो ग़लती से गेंदबाज़ों की लाइन में जाकर खड़े हो गए. इस दौरान उनकी बारी आयी तो वो गेंदबाज़ के तौर पर सेलेक्ट भी हो गए. बस यहीं से शुरू हुआ उनके बल्लेबाज़ से गेंदबाज़ बनने का सफर.
2016-17 में मुंबई के लिए किया था रणजी डेब्यू
मुंबई के एक लोअर मिडिल क्लास फ़ैमली में जन्मे तुषार छोटी उम्र से ही लोकल ट्रेन से शिवाजी पार्क’ स्थित ‘जिमखाना एकेडमी’ में प्रैक्टिस करने जाया करते थे. इसके बाद वो अपनी तेज़ गेंदबाज़ी के दम पर मुंबई की ओर से अंडर 16 और अंडर 19 क्रिकेट भी खेले. अंडर 19 लेवल पर लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के कारण साल 2016-17 के ‘रणजी ट्रॉफ़ी’ सीज़न में उन्हें मुंबई के लिए डेब्यू करने का मौक़ा मिला.
साल 2016-17 में मुंबई के लिए रणजी डेब्यू करने वाले तुषार ने साल 2018-19 के ‘विजय हजारे ट्रॉफ़ी’ में मुंबई की ओर से खेलते हुए 8 मैचों में 15 विकेट झटक कर कमाल कर दिखाया था. 25 वर्षीय तुषार अबतक 20 फ़र्स्ट क्लास मैचों में कुल 50 विकेट लिए झटक चुके हैं, जबकि 21 टी-20 मैचों में 33 विकेट ले चुके हैं.
बता दें कि तुषार देशपांडे ‘इंडिया ए’ और ‘इंडिया ब्लू’ की ओर से भी खेल चुके हैं. तुषार ने ‘कूच बिहार ट्रॉफ़ी’ में अपने शानदार परफ़ॉर्मेंस से हर किसी को हैरान कर दिया था. पिछले साल तुषार की मां का निधन हो गया था, मां के गुजर जाने के 3 दिन बाद ही वो ‘सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफ़ी’ के लिए मुंबई की टी-20 टीम में शामिल हुए थे.