आईपीएल में इन दिनों अगर किसी खिलाड़ी की सबसे ज़्यादा चर्चा हो रही है, तो वो राजस्थान रॉयल्स के विकेटकीपर बल्लेबाज़ जोस बटलर. बटलर अपनी धमाकेदार बल्लेबाज़ी से लगातार सुर्ख़ियां बटोर रहे हैं. एक समय लगातार पिछड़ रही राजस्थान रॉयल्स बटलर की शानदार बल्लेबाज़ी के कारण अब भी प्लेऑफ़ की रेस में बनी हुई है. राजस्थान को अपने आख़िरी दो मैच बड़े अंतर से जीतने होंगे तभी वो प्लेऑफ़ में जगह पक्की कर सकते हैं. लेकिन राजस्थान के यहां तक पहुंचने के पीछे बटलर का अहम योगदान रहा है. ये बल्लेबाज़ इन दिनों ज़बर्दस्त फ़ॉर्म में है और लगातार टीम को अकेले दम पर मैच जिता रहा है.
रविवार को मुम्बई के वानखेड़े स्टेडियम में मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल्स के बीच खेले गए ज़बरदस्त मुक़ाबले में राजस्थान ने मुम्बई को सात विकेट से हरा दिया है. राजस्थान ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी चुनी. मुम्बई के लेविस 60 रन और सूर्यकुमार के 38 रनों की बदौलत राजस्थान को जीतने के लिए 169 का टारगेट दिया. जवाब में राजस्थान की ओर से जोस बटलर ने धमाकेदार बल्लेबाज़ी कर शानदार नाबाद 94 रन बनाकर मुंबई इंडियंस के प्लेऑफ़ के सपने को चकनाचूर कर दिया. इस जीत के बाद राजस्थान के प्लेऑफ़ का रास्ता थोड़ा आसान हो गया है. लेकिन अब भी प्लेऑफ़ में जगह बनाने के लिए राजस्थान को बाक़ी बचे दोनों मैच बड़े अंतर से जीतने होंगे.
लेकिन इस मैच की सबसे दिलचस्प बात ये थी कि जिस खिलाड़ी को मुंबई इंडियंस ने इस साल आईपीएल नीलामी में ख़रीदने से मना कर दिया था, उसी ने मुम्बई इंडियंस के प्लेऑफ़ की उम्मीदों पर पानी फ़ेर दिया. बटलर पिछले साल मुम्बई इंडियंस से खेले थे लेकिन उनको ज़्यादा मौक़े नहीं दिए गए. शायद बटलर ने इसी बात का बदला लिया और मुम्बई के ख़िलाफ़ 53 गेंदों में नाबाद 94 रन ठोक डाले.
राजस्थान से खेलते हुए बटलर इस आईपीएल में अब तक 12 मैचों में कुल 509 रन बना लिए हैं. वो पिछले 5 मैचों में लगातार 5 हाफ़ सेंचुरी लगा चुके हैं. टी-20 मैचों में ये कारनामा करने वाले वो दुनिया के चौथे खिलाड़ी बन चुके हैं. जबकि साल 2017 में कामरान अकमल, साल 2012 में हेमिलटन मसकादज़ा और साल 2012 में वीरेंद्र सहवाग ये उपलब्धि अपने नाम कर चुके हैं. जबकि बटलर पिछले दो मैचों में नाबाद 95 और 94 रन बनाकर अपनी टीम को अकेले दम पर मैच जिता चुके हैं. ऐसा करने वाले वो पहले खिलाड़ी हैं.
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