क्रिकेट में अक़्सर बल्लेबाज़ों और गेंदबाज़ों का ही ज़िक्र किया जाता है. लेकिन आज हम विकेटकीपिंग के बारे में बात करने वाले हैं. 

क्रिकेट में विकेटकीपिंग सबसे मुश्किल जॉब मानी जाती है. मैदान पर विकेटकीपिंग और अम्पाएरिंग दो ऐसे काम हैं, जिनमें सबसे ज़्यादा एकाग्रता की ज़रूरत होती है. विकेटकीपिंग एक ऐसा काम है जिसमें शार्प माइंड और फ़्लेक्सिबिलिटी बेहद ज़रूरी है. 

एक विकेटकीपर टीम का सबसे अहम खिलाड़ी होता है. कौन बल्लेबाज़ कब क्या कर रहा है? कैसे खेल रहा है? उसकी क्या कमज़ोरी है? विकेटकीपर को इन्हीं सब चीज़ों की रणनीति बनानी होती है. गेंदबाज़ों को बल्लेबाज़ों के ख़िलाफ़ कब और कैसी रणनीति बनानी है इसकी जिम्मेदारी भी विकेटकीपर के पास ही होती है. 

आज हम आपको वर्ल्ड क्रिकेट के 10 ऐसे ही टैलेंटेड और सक्सेसफुल विकेटकीपर्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्होंने अपनी शानदार विकेटकीपिंग और बल्लेबाज़ी के ज़रिए फ़ैंस के दिलों पर राज किया है. 

1- मॉर्क बाउचर (दक्षिण अफ़्रीका) 

दक्षिण अफ़्रीका के पूर्व विकेटकीपर मॉर्क बाउचर आज भी दुनिया के सबसे सफ़ल विकेटकीपर हैं. 15 साल के करियर में बाउचर ने विकेट के पीछे कुल ‘979’ शिकार किए हैं. क्रिकेट के तीनों फ़ॉर्मेट खेलने वाले बाउचर का ये आंकड़ा और भी बड़ा हो सकता था, लेकिन साल 2012 में इंग्लैंड दौरे पर उनकी आंख में गेंद लगने से वो बुरी तरह इंजर्ड हो गए थे और उसके बाद उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कह दिया. 

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2- एडम गिलक्रिस्ट (आस्ट्रेलिया) 

एडम गिलक्रिस्ट दुनिया के कुछ चुनिंदा विकेटकीपर्स में से एक हैं जिन्हें आज भी दुनिया का सबसे बेहतरीन विकेटकीपर बल्लेबाज़ कहा जाता है. गिली के नाम से मशहूर इस शानदार विकेटकीपर के नाम कुल ‘888’ शिकार दर्ज़ हैं. वो आज भी दुनिया के दूसरे सबसे सफ़ल विकेटकीपर हैं. 

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3- महेंद्र सिंह धोनी (भारत) 

महेंद्र सिंह धोनी भारत के सबसे सफ़ल कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज़ हैं. मिस्टर कूल के नाम से मशहूर धोनी विकेट के पीछे एकाग्रता, फ़िटनेस, अलर्टनेस के लिए दुनियाभर में फ़ेमस हैं. धोनी अबतक टेस्ट, वनडे और टी-20 क्रिकेट में विकेट के पीछे कुल ‘829’ खिलाड़ियों को अपना शिकार बना चुके हैं. धोनी के नाम वनडे क्रिकेट में सबसे अधिक 123 खिलाड़ियों को स्टंपिंग करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज़ है. 

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4- कुमार संगकारा (श्रीलंका) 

साल 2015 में क्रिकेट से सन्यास ले चुके संगकारा ने टेस्ट, वनडे और टी-20 क्रिकेट में विकेट के पीछे ‘748’ खिलाड़ियों को अपना शिकार बनाया है. संगकारा विकेट के पीछे ही नहीं बल्कि विकेट के आगे भी उतने ही शानदार बल्लेबाज़ थे. टेस्ट में 12400 जबकि वनडे में 14234 रन बनाने वाले वो दुनिया के इकलौते विकेटकीपर हैं. 

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5- इयान हिली (आस्ट्रेलिया) 

इयान हिली ने आस्ट्रेलिया के महानतम विकेटकीपर्स में से एक रोड मॉर्श के रिटायर होने के बाद विकेटकीपिंग की ज़िम्मेदारी संभाली थी. साल 1988 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने वाले इयान हिली ने अपने क्रिकेट करियर में विकेट के पीछे कुल ‘628’ शिकार किए हैं. वनडे क्रिकेट में हिली के नाम 233 शिकार और टेस्ट क्रिकेट में 395 शिकार दर्ज़ हैं. 

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6- ब्रेंडन मैक्कलम (न्यूज़ीलैंड) 

न्यूज़ीलैंड के सबसे सफ़ल विकेटकीपर में से एक ब्रेंडन मैक्कलम ने टेस्ट, वनडे और टी-20 क्रिकेट में विकेट के पीछे ‘530’ खिलाड़ियों को अपना शिकार बनाया है. मैक्कलम विकेट के पीछे ही नहीं अपनी धमाकेदार बल्लेबाज़ी के लिए भी जाने जाते थे. 

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7- रोड मार्श (आस्ट्रेलिया) 

रोड मॉर्श के नाम टेस्ट और वनडे विकेट में विकेट के पीछे कुल ‘479’ शिकार हैं. मार्श फ़र्स्ट क्लास क्रिकेट में 800 से अधिक शिकार दर्ज़ हैं. मार्श विकेट के पीछे अपनी चुस्ती, फ़ुर्ती और मुस्तैदी के लिए दुनियाभर में जाने जाते थे. 70 और 80 के दशक में उन्होंने विकेटकीपर के तौर पर काफ़ी नाम कमाया. 

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8- मोइन ख़ान (पाकिस्तान) 

मोइन खान पाकिस्तान के अब तक के सबसे सफ़ल विकेटकीपर हैं. मोइन ने अपने करियर में विकेट के पीछे कुल ‘434’ खिलाड़ियों को अपना शिकार बनाया है. पाकिस्तान के कप्तान रह चुके मोईन कई मौकों पर संकटमोचक बनकर अपनी टीम को जीत दिला चुके हैं.   

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9- एलेक स्टीवर्ट (इंग्लैंड) 

एक समय में एलेक स्टीवर्ट दुनिया के सबसे बेहतरीन विकेटकीपर में से एक हुआ करते थे. एलेक स्टीवर्ट ने विकेट के पीछे कुल ‘404’ खिलाड़ियों को अपना शिकार बनाया है. स्टीवर्ट ने जैक रसेल के बाद इंग्लैंड टीम में विकेटकीपिंग की ज़िम्मेदारी संभाली थी.   

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10- एंडी फ़्लावर (ज़िम्बाब्वे) 

ज़िम्बाब्वे के सबसे सफ़ल खिलाड़ियों से एक एंडी फ़्लावर ने विकेट के पीछे कुल ‘316’ शिकार किए हैं. 11 साल लम्बे क्रिकेट करियर में एंडी ने वनडे में 165 जबकि टेस्ट 151 खिलाड़ियों को अपना शिकार बनाया है. कप्तान के तौर पर एंडी फ़्लावर ने ज़िम्बाब्वे की कमज़ोर टीम को लड़ाकू टीम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. 

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