एम. सी. मैरी कॉम ने अपने नाम की विश्व चैंपियनशिप पदक सूची में एक और ख़िताब जोड़ लिया है. रूस में हो चल रहे वर्ल्ड चैंपियनशिप में मेरी कॉम ने 51 किलोवर्ग श्रेणी में कास्य पदक जीता है. सेमीफ़ाइनल में उन्हें टर्की की बुसेनाज़ काकीरोग्लूकी से हार का सामना करना पड़ा, मैच का फ़ैसला स्प्लिट वर्डिक्ट के द्वारा हुआ. 

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भारतीय स्टार मुक्केबाज़ ने क्वार्टर फाइनल में कोलंबिया की इंग्रीट वेलेन्सिया को 5-0 से हरा कर पहले ही रिकॉर्ड बना दिया था. विश्व चैंपियनशिप में आठ पदक जीतने वाली वो इकलौती मुक्केबाज़ बन चुकी हैं. 

भारत की 36 वर्षीय मुक्केबाज़ का सामना सेमीफ़ाइनल में एक युवा मुक्केबाज़ का साथ हुआ जो कि यूरोपियन चैंपियनशिप और यूरोपियन गेम्स की मौज़ूदा चैंपियन हैं.  

खेल के शुरुआत में मैरी कॉम को बढ़त मिली हुई थी और वो सिर्फ़ काउंटर अटैक ही कर रही थी और ख़ुद को काकीरोग्लूकी की पहुंच से दूर रख रही थी. पहले राउंड में मैरी कॉम की ये स्ट्रैटजी सफ़ल रही लेकिन टर्की की मुक्केबाज़ दूसरे राउंड में वापसी कर मैरी कॉम पर भारी पड़ी. 

तीसरे राउंड में काकीरोग्लूकी मे मैरी कॉम पर मुक्कों की बरसात कर दी और आखिर में 4-1 से मैच को जीत लिया.