स्पोर्ट्स के लिए फ़िट होना बेहद ज़रूरी है. अगर खिलाड़ी फ़िट नहीं, तो हिट नहीं. बढ़ती उम्र फ़िटनेस की राह में रोड़ा तो है लेकिन कुछ लोग इसे नहीं मानते. सच्चे खिलाड़ी तो बिलकुल भी नहीं. कुछ लोग 75 की उम्र में भी सरपट दौड़ सकते हैं और भाला फेंक सकते हैं, बस उन्हें इस बात का एहसास दिलाना होता है कि, ‘Yes! You Can.’
बेल्जियम की राजधानी ब्रुसेल्स में पिछले दिनों ‘Olympics For Seniors’ का आयोजन किया गया. इसमें 130 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. इस खेल में भाग लेने वाले प्रतिभागियों की उम्र 75 से 96 वर्ष के बीच रही. इस प्रतियोगिता में Tossing Pancake, Music Quiz और 4 Round ‘Wheelchair Relay’ की दौड़ रखी गई. बेल्जियम के नेशनल स्टेडियम में आयोजित इस Event को ‘A Travers les Arts’ नाम की संस्था ने कराया. ये संस्था वृद्ध आश्रम में रहने वाले लोगों के लिए काम करती है. इस संस्था का उद्देश्य बेल्जियम को वृद्ध लोगों के लिए सबसे पसंदीदा जगह बनाने की है.
इस Event की इन फ़ोटोज़ को देखकर आप कहेंगे कि खेलने के लिए जवानी नहीं, जज़्बे की ज़रूरत होती है.
1. खेलना ज़रूरी है
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एक प्रतिभागी ने 4×25 Metres Relay में भाग लेने के लिए अपने साथ एक Assistant भी रखा, जिससे वो Wheelchair को दौड़ा सके.
2. इनमें है हिम्मत
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भाला फेंकने के लिए बहुत जोश और जज़्बे की ज़रुरत होती है, जो इस आदमी में है.
3. दे घुमा के
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इस प्रतियोगिता में भारी-भरकम मेटल वाले गोले की जगह ऊन के गोले को रखा गया था, जिससे प्रतिभागियों को कोई मुश्किल न हो. वे आसानी से खेल में भाग ले सकें और उन्हें अपनी कमज़ोरी का एहसास बिलकुल भी न हो.
A Travers les Arts नाम की इस संस्था ने पहले एडिशन में वृद्ध आश्रम में रहने वाले लोगों को खेल से जोड़ने की पहल की.
4. साथ देना साथिया
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भले ही सहारे की ज़रुरत पड़े लेकिन खेलना है. इस रेस का मक़सद भी यही था.
5. आराम ज़रूरी है
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4×25 Metres Relay रेस के शुरू होने से पहले धूप सेंकती Participant.
6. निशाना चूकेगा नहीं
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Wool Ball Shot प्रतियोगिता में भाग लेती एक प्रतिभागी.
7. हम जीतेंगे साथी
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4×25 Metres Relay की एक Participant.
8. हौसला हो तो कुछ नामुमकिन नहीं
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व्हीलचेयर पर बैठे-बैठे भाला फेंकना आसान काम नहीं है, इस खिलाड़ी के जज़्बे को सलाम.
9. साथी हाथ बढ़ाना
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व्हीलचेयर रेस में भागता प्रतिभागी
10. ये लगा निशाने पे
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Wool Ball के Shot Put Event में भाग लेने के लिए इस प्रतिभागी को सहारा देता एक खिलाड़ी
11. चलो भागते हैं
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प्रतियोगिता शुरू होने से पहले तैयार होता एक प्रतिभागी
12. मैं तो जीत के रहूंगी
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Steeple chase इवेंट के लिए ख़ुद को तैयार करती Participant
13. हुर्रे! मैं जीत गई
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ब्रुसेल्स के King Baudouin Stadium में “Olympics For Seniors ” के दौरान फिनिशिंग लाइन को पार करने के बाद Participant की ख़ुशी देखते ही बन रही है.
इस तरह की प्रतियोगिता भारत में भी कराई जानी चाहिए. उम्र के इस पड़ाव में पहुंच कर अकसर बूढ़े लोग ज़िन्दगी से निराश रहने लगते हैं, जबकि ख़ुशियों पर हक़ उनका भी है.