किसी भी क्रिकेट मैच में हैट्रिक लेने वाले बॉलर का तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत किया जाता है. जब एक ही बॉलर द्वारा लगातार तीन गेंदों पर तीन विकेट ली जाती हैं तो उसे हैट्रिक कहा जाता है. हैट्रिक की बदौलत किसी भी मैच का रुख आसानी से बदला जा सकता है. लेकिन इसे लेना थोड़ा कठिन होता है.
वन डे मैच की बात करें तो वनडे के इतिहास की पहली हैट्रिक लेने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के जलालुद्दीन के नाम है. इन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ ये कारनामा किया था. 1982 में ऑस्ट्रेलिया की टीम 3 वनडे मैच की श्रंखला के लिए पाकिस्तान के दौरे पर आई थी. यहां पाकिस्तान के हैदराबाद के नियाज़ स्टेडियम में खेले गए सीरीज़ के पहले वन डे मैच में जलालुद्दीन ने लगातार तीन गेंदों पर तीन विकेट झटक कर सबको हैरान कर दिया था.
इस मैच में पाकिस्तान ने पहले बैटिंग करते हुए 6 विकेट पर 229 रन बनाए थे. इस स्कोर को चेज़ करने उतरे ऑस्ट्रेलिया के ओपनर्स ने पहली विकेट के लिए 100 रन जोड़ दिए. 23 साल के जलालुद्दीन ने इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के बैटिंग ऑर्डर को लगभग ध्वस्त कर दिया.
उन्होंने पहली बॉल पर विकेट कीपर Rodney Marsh को 1 रन पर आउट किया. उसके बाद Bruce Yardley को ज़ीरो पर कैच आउट करवा दिया. फिर तीसरी बॉल पर Geoff Lawson को बोल्ड कर अपनी हैट्रिक पूरी की. इस मैच में पेसर जलालुद्दीन ने 8 ओवर्स में 32 रन देकर 4 विकेट झटके थे.
पाकिस्तान ने उनकी बदौलत ये मैच 59 रनों से जीता था. हालांकि, मैन ऑफ़ द मैच का अवॉर्ड जलालुद्दीन को न देकर पाकिस्तान की तरफ से सेंचुरी लगाने वाले बल्लेबाज़ मोहसिन ख़ान को दिया गया था. चलते-चलते आपको ये भी बता दें कि भारत के लिए पहली हैट्रिक(वनडे) बॉलर चेतन शर्मा ने 1987 में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ़ ली थी.