Ind vs Aus T20: भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच इन दिनों 5 मैचों की T-20 सीरीज़ खेली जा रही है. कल विशाखापट्टनम में खेला गया पहला मुक़ाबला बेहद रोमांचक साबित हुआ. ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए भारत को 209 रनों का टारगेट दिया. ऑस्ट्रेलिया की तरफ से जोश इंगलिस ने 50 गेंदों पर 110 रनों की धमाकेदार पारी खेली. जवाब में भारत ने कप्तान सूर्यकुमार यादव की 40 गेंद पर 82 रन की ताबड़तोड़ पारी की बदौलत टारगेट एक गेंद बाकी रहते हासिल कर लिया. लेकिन इस मैच के असली हीरो सूर्या नहीं, बल्कि रिंकू सिंह (Rinku Singh) थे.

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वर्ल्ड कप (World Cup 2023) में मिली करारी हार के बाद भारत के लिए मुक़ाबला बदला लेने जैसा रहा. इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 209 रनों का बड़ा टारगेट दिया था. टीम इंडिया इससे पहले T-20 क्रिकेट में इतना बड़ा टारगेट चेज नहीं कर पाई थी, लेकिन सूर्यकुमार यादव, ईशान किशन और रिंकू सिंह की धमाकेदार पारियों के दम पर भारत ने ये रिकॉर्डतोड़ टारगेट आसानी से चेज कर लिया.

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भारतीय टीम ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 22 रन पर अपने दोनों ओपनरों के विकेट गंवा दिये थे. इसके बाद सूर्या और ईशान ने तीसरे विकेट के लिए 112 रनों की साझदारी कर भारत की जीत पक्की कर ली. 18वें ओवर में 194 के स्कोर पर सूर्या के आउट होने के बाद टीम इंडिया अचानक से मुसीबत में आ गई. अब भारत को आख़िरी 2 ओवर में 14 रनों की दरकार थी. 19वें ओवर में अक्षर पटेल और रिंकू सिंह केवल 7 रन ही बना सके.

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बेहद रोमांचक था आख़िरी ओवर

टीम इंडिया को आख़िरी ओवर में 7 रन चाहिए थे. गेंदबाज़ सीन एबॉट की पहली गेंद पर रिंकू सिंह ने शानदार चौका जड़कर लक्ष्य बेहद आसान कर दिया था. अगली गेंद पर रिंकू ने बाई का रन लेकर स्ट्राइक बदली और तीसरी गेंद पर अक्षर पटेल आउट हो गए. अब भारत को 3 गेंदों पर 3 रनों की दरकार थी. चौथी गेंद पर नए बल्लेबाज़ रवि बिश्नोई रन आउट हो गए. 5वीं गेंद पर रिंकू स्ट्राइक पर थे और 2 रन लेने के चक्कर में नये बल्लेबाज़ अर्शदीप सिंह भी रन आउट हो गए. बैक टू बैक तीन विकेट गिरने से वक़्त रुक सा गया था, सांसे थम सी गई थीं.

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भारत को अब जीत के लिए 1 गेंद पर 1 रन चाहिए था. ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान मैथ्यू वेड ने सिंगल रोकने के लिए अपने सभी फ़ील्डर्स सर्कल के अंदर बुला लिए. लेकिन भारत के लिए अच्छी बात ये थी कि आख़िरी गेंद का सामना टीम इंडिया की होप और बल्लेबाज़ी के तोप रिंकू सिंह कर रहे थे. सीन एबॉट ने जैसे ही रिंकू को ओवर पिच गेंद डाली रिंकू ने स्टेप आउट कर गेंद को बाउंड्री से बाहर 6 रन के लिए भेज दिया और भारत मैच जीत गया. लेकिन जीत के बावजूद रिंकू सिंह का ये विजयी छक्का टीम के काम नहीं आया.

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दरअसल, शॉन एबॉट की आख़िरी गेंद नो बॉल थी. लेकिन रिंकू सिंह ने जैसे ही विजयी छक्का जड़ा हर कोई जीत की ख़ुशी में झूम उठा. छक्का लगने के तुरंत बाद अंपायर ने नो-बॉल का इशारा भी किया, लेकिन किसी का भी ध्यान उनकी तरफ़ नहीं गया. इस तरह से टीम इंडिया को नो-बॉल का 1 रन मिल गया और रिंकू का छक्का बर्बाद हो गया. क्रिकेट में नो-बॉल के बाद छक्का काउंट होता है, लेकिन क्रिकेट के नए नियमों ने इसे दिलचस्प बना दिया है.

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आख़िर रिंकू 6 क्यों बर्बाद हो गया?

ICC के नये नियमों के तहत हाथ से गेंद रिलीज़ होने से पहले अगर पैर बॉलिंग लाइन को पार कर जाता है तो वो नो-बॉल कहलाती है. मतलब साफ़ था कि सीन एबॉट की गेंद रिंकू सिंह के बल्ले तक पहुंचने से पहले ही नो बॉल हो गई थी और भारत को 1 अतिरिक्त रन मिल चुका था. ऐसे में रिंकू सिंह के छक्के का कोई महत्व नहीं रह गया था. इसीलिए थर्ड अम्पायर ने आख़िरी गेंद और आख़िरी शॉट को ख़ारिज़ कर दिया गया. इस तरह से ये छक्का न तो रिंकू सिंह के स्कोर में न ही टीम के स्कोर में काउंट किया गया.

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