आज ही के दिन 10 दिसंबर 2005 को सचिन तेंदुलकर ने श्रीलंका के ख़िलाफ़, दिल्ली के फ़िरोज़ शाह कोटला मैदान पर लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर के 34 टेस्ट शतकों का रिकॉर्ड तोड़ा था.

सचिन अपने करियर की शुरुआत में तेज़ गेंदबाज़ बनाना चाहते थे. इसके लिए वो बाक़ायदा MRF पेस अकेडमी में ट्रेनिंग लेने भी भी गए थे. लेकिन इस दौरान वहां मौजूद डेनिस लिली ने सचिन को बल्लेबाज़ बनाने सालाह दी. आज सचिन क्रिकेट के गॉड कहलाते हैं. बल्लेबाज़ी का ऐसा कोई भी रिकॉर्ड नहीं बचा है जिसे सचिन ने तोड़ा नहीं होगा.

सचिन ने महज 16 साल की उम्र में 15 नवंबर 1989 को कराची में अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत पाकिस्तान के ख़िलाफ़ की थी. इसके बाद बल्लेबाज़ी का हर रिकॉर्ड ध्वस्त करते हुए सचिन ने 24 साल तक इंटरनेशनल क्रिकेट पर राज किया. सचिन उस दौर में महान बल्लेबाज़ बने जब उनके सामने एलन डोनाल्ड, कॉटनी वॉल्स, वसीम अकरम, वक़ार यूनिस, शेन वॉर्न, मुथैया मुरलीधरन, चामिंडा वास जैसे गेंदबाज़ थे.

साल 2004 में की थी गावस्कर 34 टेस्ट शतकों बराबरी
सचिन तेंदुलकर ने साल 2004 में सुनील गावस्कर के 34 टेस्ट शतक के रिकॉर्ड की बराबरी की थी, लेकिन अगला शतक बनाने में उन्हें लगभग 1 साल का समय लग गया. आख़िरकार सचिन ने 10 दिसंबर 2005 को श्रीलंका के ख़िलाफ़ दिल्ली के फ़िरोज़ शाह कोटला मैदान पर 35वां शतक जड़कर लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर के 34 शतकों का रिकॉर्ड तोड़ा था.

सचिन के नाम हैं ये वर्ल्ड रिकॉर्ड
1- सचिन इंटरनेशनल क्रिकेट 100 शतक लगाने वाले एकमात्र बल्लेबाज़ हैं. इसमें टेस्ट में 51 और वनडे में 49 शतक शामिल हैं.
विराट कोहली (43 शतक) वनडे क्रिकेट में जल्द ही सचिन के 49 शतकों के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं.