US Open 2018 फ़ाइनल की रात को कोई नहीं भूल पाएगा.

इसके दो कारण हैं:

पहला Naomi Osaka, जिन्होंने सेलेना विलियम्स को हराकर जापान के लिए ये ख़िताब जीता.

दूसरा सेलेना विलियम्स, जिनका गुस्सा अंपायर के ऊपर फूट पड़ा.

ये मैच US Open के इतिहास में सबसे Controversial मैच के रूप में भी याद रखा जाएगा.

सब कुछ सही चल रहा था, दर्शक दीर्घा सेरेना को Maragret Court के 24 ग्रैंड स्लैम जीतने के रिकॉर्ड की बराबरी करते देखना चाहते थे.

ये सब शुरू हुआ Second Game के Second Set में. Osaka ने पहला सेट अपने नाम कर लिया था. अंपायर Carlos Ramos ने देखा कि सेरेना के कोच उन्हें कुछ इशारे कर रहे थे और अंपायर ने सेरेना को Warning दी.

सेरेना इस बात पर बिगड़ गई और अंपायर से कह दिया,

मैं जीतने के लिए Cheating नहीं करूंगी. मैं हारना पसंद करूंगी.

ये सिर्फ़ शुरुआत थी.

जैसे-जैसे Osaka सेरेना पर हावी होती गईं, सेरेना के व्यवहार में बदलाव देखा जाने लगा.

दूसरे सेट की शुरुआत में सेरेना ने Osaka पर 3-1 से बढ़त बना ली, लेकिन Osaka ने सेरेना को मुंहतोड़ जवाब दिया. सेरेना ने गुस्से में अपना रैकेट कोर्ट पर फेंक दिया और अंपायर ने उनका एक Point काट लिया. Osaka को एक एक्स्ट्रा Point मिल गया और उसने 3-3 की बराबरी कर ली.

इससे परेशान सेरेना ने फिर एक Point गंवा दिया और Osaka ने 4-3 की बढ़त बना ली.

23 बार ग्रैंड स्लेम विजेता ने अपना आपा पूरी तरह खो दिया और अंपायर पर चिल्लाती रहीं.

सेरेना ने अंपायर को ‘झूठा’ और ‘चोर’ कहा.

सेरेना के शब्द कुछ यूं थे,

तुम झूठे हो. जितने दिन तुम ज़िन्दा रहोगे, मेरे कोर्ट में नज़र नहीं आओगे. माफ़ी मांगो मुझसे. सॉरी बोलो मुझे.

अंपायर ने सेरेना पर ‘Verbal Abuse’ Code Violation लगाया और Game Penalty भी लगी.

Osaka ने इतने में 5-3 की बढ़त बना ली. सेरेना को मैच रेफ़्री ने बुलाया. इस सबके बीच सेरेना चिल्ला रही थी, ‘ये अनुचित है.’

सेरेना ने Supervisor Brian Earley से कहा,

ये अनुचित है. ये मेरे साथ कई बार हो चुका है. बहुत से पुरुषों ने यहां पर मुझसे ज़्यादा भला-बुरा कहा है. मैंने उसे चोर कहा क्योंकि उसने मेरा एक Point चुराया. ये सही नहीं है. मुझे नियम समझ में आते हैं, लेकिन ये सही नहीं है.

इस सबके बीच Osaka शांत भाव से खेली और अपना पहला ग्रैंड स्लैम जीता.

सेरेना का इस पूरे वाकये पर ये कहना था,

अंपायर का कहना था कि मैं Cheating कर रही हूं. उसने मुझसे एक गेम छीन लिया. बहुत से पुरुष खिलाड़ियों ने अंपायर्स को इससे ज़्यादा भला-बुरा कहा है. मैं यहां महिलाओं के हक़ के लिए खड़ी हूं. मेरा ‘चोर’ कहना और उसका मुझसे ‘गेम’ छीन लेना दो बातें हैं. मुझे लगा ये Sexist है. उसने ‘चोर’ कहे जाने के लिए किसी पुरुष खिलाड़ी से गेम नहीं छीना.

WTA ने इस पूरे मामले के जांच के आश्वासन दिए हैं.

Source: India Today