भारतीय क्रिकेट को फ़र्श से अर्श तक ले जाने का श्रेय सौरव गांगुली को जाता है. वो गांगुली ही थे जिन्होंने भारतीय क्रिकेटरों को जोश और जज़्बे के साथ विपक्षी टीम को जवाब देना सिखाया था. अग्रेशन दादा की मज़बूती थी, तो ऑफ़ साइड के वो गॉड कहलाते थे. आज भी क्रिकेट का हर बड़ा दिग्गज गांगुली को ऑफ़ साइड का सबसे बेहतरीन खिलाड़ी मानता है.

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अगर सौरव गांगुली के सबसे बड़े फ़ैन की लिस्ट जारी होती है, तो मेरा नाम टॉप पर होगा. मैं गांगुली का ऐसा फ़ैन हुआ करता था, जो उनकी बुराई करने पर अपने दोस्तों से लड़ पड़ता था. क्या शतक, क्या छक्के उनका हर एक रिकॉर्ड मुझे मुंह जुबानी याद रहता था.

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अगर आप भी मेरी तरह 90s के दौर के क्रिकेट फ़ैंस रहे हैं, तो दादा के वो मक्कन जैसे कवर ड्राइव और लंबे-लंबे छक्के ज़रूर याद होंगे.

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दादा को एक बार फिर से मैदान पर देखकर बड़ी ख़ुशी हुई, उनका ऑफ़ साइड में कवर ड्राइव और कट मरना एक बार फिर से दिल को छू गया.

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दरअसल, सौरव गांगुली इन दिनों आईपीएल में ‘डेल्ही कैपिटल्स’ के साथ मेंटॉर के तौर पर जुड़े हैं. इस दौरान दादा युवा क्रिकेटरों को तराशने का काम भी कर रहे हैं. जबकि पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग ‘डेल्ही कैपिटल्स’ में कोच की भूमिका निभा रहे हैं.

‘डेल्ही कैपिटल्स’ शनिवार को ‘कोलकाता नाईट राइडर’ के साथ फ़िरोजशाह कोटला मैदान पर अपना तीसरा मैच खेलने उतरेगा. इससे पहले आज दादा प्रैक्टिस सेशन के दौरान ‘डेल्ही कैपिटल्स’ के खिलाड़ियों को फ़ील्ड ट्रेनिंग कराते दिखे.

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इस दौरान हाथों में दादा बैट थामे नज़र आये और अपने उसी पुराने अंदाज़ में ऑफ़ साइड में कवर ड्राइव और कट मारते दिखे. रिटायरमेंट ले चुके दिग्गज़ों को इस तरह से खेलते हुए देखना अच्छा लगता है फिर जब सामने सामने दादा हों तो उसकी बात ही अलग है.

आज भी दादा की फ़ैन फ़ॉलोविंग पहले की तरह ही है.