क्रिकेट को लोग देखने के साथ-साथ खेलना भी बहुत पसंद करते हैं. हम जानते हैं कि आपको क्रिकेट के बारे में बहुत ज़्यादा ज्ञान होगा, आपको पता होगा की मैदान पर खिलाड़ियों को कैसे और कहां गेंद को पकड़ने लिए खड़ा किया जाता है. ऐसे बहुत कम लोग होंगे, जिन्हें Third Man की कहानी पता होगी.
Third Man का खिलाड़ी बाउंड्री के पास ऑफ़ साइड की तरफ़ विकेट कीपर के पीछे खड़ा होता है. जिसका दायरा 45 डिग्री के Angle का होता है.
दरअसल Third Man इसलिए खड़ा किया जाता कि जब विकेट कीपर या स्लिप पर खड़े खिलाड़ी से गेंद Miss Field होती है, तो ये खिलाड़ी रनों को रोकने में काफ़ी मदद करता है.
Third Man का दायरा काफ़ी बड़ा होता है. जब गली और स्लिप में खड़े खिलाड़ी से गेंद छूटती है. तो Third Man की ही ज़िम्मेदारी होती है कि गेंद को किसी भी तरह से रोका जाए.
ये बात किसी को नहीं पता होगी कि इसका नाम Third Man ही क्यों रखा गया? दरअसल, जब से Overarm बॉलिंग का चलन शुरू हुआ है, तब से ही इसे Third Man का नाम दिया गया है. इसे Third Man बोलने का कारण स्लिप और पॉइंट पर खड़े फ़ील्डर के बीच से गुज़रती गेंद को तीसरा खिलाड़ी यानि Third Man का खिलाड़ी गेंद को पकड़ता है. इसी वजह से इस जगह का नाम Third Man पड़ा.
आज कल टेस्ट मैचों में Third Man की Fielding को बहुत कम देखा जाता है. इसका कारण ये है कि ज़्यादातर टीमें Defensive खेल के बजाए Attacking खेल ज़्यादा पसंद करती हैं.