लिटिल मास्टर के नाम से मशहूर सुनील गावस्कर का जन्म 10 जुलाई, 1949 को मुंबई में हुआ था. गावस्कर क्रिकेट की दुनिया के 24 कैरेट सोने की तरह शुद्ध बल्लेबाज़ हुआ करते थे. उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत 6 मार्च, 1971 को वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ की थी. 16 साल के क्रिकेट करियर में उन्होंने कई रिकॉर्ड्स बनाये. टेस्ट क्रिकेट में 10 हज़ार रन और 34 शतक लगाने वाले वो दुनिया के पहले खिलाड़ी हैं. उनके आंकड़े सारी कहानी ख़ुद बयां करते हैं. गावस्कर उस दौर के बल्लेबाज़ हैं जिस दौर में गेंदबाज़ क्रिकेट पर राज किया करते थे. इसीलिए आज भी हर दौर का गेंदबाज़ उनको दुनिया का सबसे महान बल्लेबाज़ मानता है.

‘शिखर पर पहुंचने के लिए आपके सामने कोई न कोई रोल मॉडल होना ज़रूरी है. भारतीय क्रिकेट के लिए सुनील गावस्कर ही वो शख़्स हैं, जो कई पीढ़ियों के लिए रोल मॉडल का काम कर रहे हैं. सचिन, द्रविड़, लक्ष्मण, सौरव जैसे कई खिलाड़ी हैं जिन्होंने गावस्कर की उपलब्धियों से ही क्रिकेट खेलना शुरू किया था. जबकि आज की पीढ़ी के लिए ये काम सचिन ने किया है. गावस्कर गैरी सोबर्स को अपना रोल मॉडल मानते थे. जिन्हें डॉन ब्रेडमैन के बाद दुनिया का सबसे महान क्रिकेटर माना जाता है.

दुनिया की सबसे ख़तरनाक टीम के ख़िलाफ़ सबसे ज़्यादा सेंचुरी

70 और 80 के दशक में वेस्टइंडीज़ की टीम दुनिया की सबसे ख़तरनाक टीम हुआ करती थी. उनके तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण के आगे बल्लेबाज़ी करना किसी भी बल्लेबाज़ को पसंद नहीं होता था. उनके गेंदबाज़ों का इतना ख़ौफ़ था कि कई खिलाड़ी तो वेस्टइंडीज़ दौरे से पहले ही बहाने बनाकर नाम वापस ले लिया करते थे. लेकिन गावस्कर वेस्टइंडीज़ में जाकर उनके गेंदबाज़ों की अच्छे से धुलाई किया करते थे. जिन गेंदबाज़ों के सामने शतक लगाना अन्य खिलाड़ियों के लिए किसी जंग जीतने से कम न होता था, सुनील गावस्कर ने उन्हीं गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ सबसे ज़्यादा 13 सेंचुरी बनाई.

गावस्कर ने उस दौर में ऐसी उपलब्धियां हासिल की है, जिसे कोई भी अन्य बल्लेबाज़ नहीं कर सका. उन्होंने ये उपलब्धियां बग़ैर हेलमेट पहने, साधरण से पैड और एल्बो गार्ड के साथ हासिल की थीं. जबकि उस दौर की विकेट आज से कहीं ज़्यादा ज्यादा तेज़ हुआ करती थी और गेंदबाज़ों को एक ओवर में 6 गेंदें बाउंसर डालने की छूट होती थी.
आज हम आपके लिए उनसे जुड़ी कुछ ख़ास जानकारियां लाये हैं जो उन्हें और महान बनाती हैं.
1- टेस्ट क्रिकेट में 10 हज़ार बनाने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी.
2- टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक 34 शतक लगाने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी.

3- गावस्कर ने अपनी 13 सेंचुरी वेस्टइंडीज के ख़िलाफ़ बनाई हैं
4- अपनी डेब्यू सीरीज़ में वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ 4 शतकों के साथ कुल 774 रन बनाए थे.

5- 1975 के विश्वकप के दौरान गावस्कर ने पूरे 60 ओवर बल्लेबाज़ी करते हुए सिर्फ़ 36 रन बनाए.
6- गावस्कर ने एकदिवसीय क्रिकेट में एकमात्र शतक लगाया है, वो भी सिर्फ़ 88 गेंदों पर.
7- बल्लेबाज़ी के दौरान गावस्कर स्कोरबोर्ड की तरफ़ नहीं देखते थे, लेकिन उन्हें पता होता था कि वो कब किस रिकॉर्ड के करीब हैं.

8- एक बार एक फर्स्ट क्लास मैच में ख़राब पिच के विरोध में उन्होंने लेफ़्ट हैंड से बल्लेबाजी की फिर भी वो नॉट आउट रहे.
9- गावस्कर के ख़िलाफ़ विपक्षी टीम कभी भी स्लेजिंग नहीं करती थी, क्योंकि ऐसा करने पर वो उतनी ही मज़बूती से बल्लेबाज़ी किया करते थे.
उनके बारे में कुछ साथियों और विपक्षी टीम के खिलाड़ियों के विचार कुछ ऐसे थे.

10- इमरान खान: जितने भी बल्लेबाजों को मैंने गेंदबाज़ी की उनमें सुनील गावस्कर सबसे बेहतरीन बल्लेबाज़ रहे.
11- बिशन सिंह बेदी: टेस्ट मैच बचाना हो, तो दुनिया में सबसे पहले वो जिस बल्लेबाज को चुनेंगे वो गावस्कर होंगे.
12- दिलीप दोषी: गावस्कर की महानता इसी से ज़ाहिर होती है कि कोई भी गेंदबाज उन्हें कभी भी चोट नहीं पहुंचा पाया.

सुनील गावस्कर पिछले कई सालों से अपनी शानदार कमेंट्री के ज़रिये क्रिकेट प्रेमियों का मनोरंजन कर रहे हैं. उम्मीद करते हैं कि वो आगे भी लोगों को इसी तरह एंटरटेन करते रहें.