क्रिकेट में वैसे तो हर गेंद, रन, चौका-छक्का, विकेट और कैच महत्वपूर्ण होता है, पर आजकल हर टीम स्ट्रॉन्ग फ़ील्डिंग को ज़्यादा ही महत्व देने लगी है. क्रिकेट मैच में फ़ील्डिंग को इस मुक़ाम तक पहुंचाने का श्रेय किसी को जाता है, तो वो हैं जोंटी रोड्स. जिस वक़्त जोंटी साउथ अफ़्रीका की टीम से जुड़े थे, उस वक़्त कोई भी टीम फ़ील्डिंग को इतना महत्व नहीं दिया करती थी. मगर जोंटी ने टीम में आते ही फ़ील्डिंग का एक ऐसा स्टेंडर्ड सेट किया कि आज हर टीम का पहला मोटिव यही होता है कि अच्छी फ़ील्डिंग करके ज़्यादा से ज़्यादा रन बचाएं जाएं.

हवा में उड़कर लम्बी-लम्बी छलांग लगाकर असंभव कैच को भी आसान कैसे बनाया जाता है ये कोई जोंटी से सीखे. उस दौर में जोंटी जहां खड़े होते थे बल्लेबाज़ उधर हवा में शॉट नहीं मारते थे, क्योंकि न जाने कब जोंटी हवा में उड़कर कैच लपक लें. बल्लेबाज़ रन लेने से इसलिए डरते थे कि न जाने जोंटी कब थ्रो मारकर उन्हें रन आउट कर दे. जोंटी का ख़ौफ़ बल्लेबाज़ों में कुछ इसी तरह का था.

आज भी अगर किसी से पूछो कि दुनिया का सबसे अच्छा फ़ील्डर कौन है, तो हर किसी के मुंह से जोंटी रोड्स का ही नाम आएगा.

तो चलिए मैदान पर जोंटी के कुछ ऐसे ही कारनामे का लुफ़्त उठाते हैं.
1- जोंटी के लिए सचिन तेंदुलकर का ये कैच था यादगार.
2- जोंटी ने 1992 के वर्ल्ड कप में इंज़माम को कुछ ऐसे रनआउट किया था.
3- जोंटी ने जब वेस्टइंड़ीज़ के ख़िलाफ़ एक मैच में ही लिए थे 5 शानदार कैच.
4- जोंटी ने ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड के खिलाड़ियों को कुछ इस तरह किया था रनआउट.
5- ये हैं जोंटी के 7 शानदार कैच.
6- जोंटी की फ़ील्डिंग के कुछ अद्भुत नज़ारे
7- ये हैं जोंटी के 10 शानदार Direct Hit.
8- जब जोंटी ने विकेटकीपर बनकर लपका था बेहद मुश्किल कैच.
शायद आपको पता नहीं होगा कि जोंटी रोड्स इंडिया को अपना दूसरा घर मानते हैं, इसी लिए उन्होंने अपनी बेटी का नाम भी ‘इंडिया’ ही रखा है.
तो दोस्तों कैसे लगे इस क्रिकेटिंग हीरो के ये ऑन फ़ील्ड कारनामे?