कोरोना वायरस हर किसी को अपनी चपेट में ले रहा है. यहां तक कि उसने ओलंपिक खेलों को भी अपनी ज़द में ले लिया है. टोक्यो में इस साल होने जा रहे ओलंपिक खेलों के अब टलने की संभावना है. अगर ऐसा हुआ तो ओलंपिक खेलों का आयोजन 2021 में होगा. अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक संघ ने इसे लेकर अभी कोई ऐलान नहीं लिया है, लेकिन IOC के वरिष्ठ सदस्य Dick Pound की ओर से इसे लेकर बड़ी जानकारी मिली है. 

Usatoday की रिपोर्ट के मुताबिक, Dick Pound ने बताया कि ओलिंपिक खेल स्थगित किए जाएंगे, इसकी बाकी जानकारियों पर अगले चार सप्ताह में काम किया जाएगा. 

‘जितनी जानकारी है उसके मुताबिक़ आईओसी ने ओलंपिक गेम्स को स्थगित करने का फ़ैसला ले लिया है. इतना कह सकता हूं कि ओलंपिक गेम्स 24 जुलाई से शुरू नहीं होंगे.’ 

हालांकि, ये एक ऐसा क़दम है, जो सभी को पता था. बस आईओसी और टोक्यो ऑर्गनाइज़र ही इसे मानने को तैयार नहीं थे. उन्हें ऐसा ही लग रहा था कि सब ठीक हो जाएगा और ओलंपिक खेल इस जुलाई में अपने तय समय पर शुरू होंगे. 

bostonglobe

लेकिन कई एथलीट, राष्ट्रीय ओलंपिक समितियां और खेल संघ, वास्तविक दुनिया में रह रहे हैं और बेहतर जानते थे कि उनके आसपास का माहौल कैसा है. 

COVID-19 से संक्रमति और मरने वालों की संख़्या में लगातार इज़ाफ़ा हो रहा था. स्थिति गंभीर बनी हुई है, सुधार होने में कितना समय लगेगा अभी इसकी जानकारी भी नहीं है. ऐसे में ओलंपिक खेल करवाने के लिए अड़े रहना और ये ढोंग करना कि कुछ महीनों में अचानक से सब ठीक हो जाएगा, लापरवाही ही थी. 

edition

कोरोना वायरस को देखते हुए पहले ही कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे बड़े देशों ने ओलिंपिक से नाम वापस ले लिया था. भारतीय ओलंपिक संघ ने भी साफ़ कर दिया था कि वो अपने खिलाड़ियों की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं कर सकता. साथ ही खेलों के कई बड़े संघ पहले ही ओलंपिक को स्थगित करने की मांग कर रहे थे. 

पहली बार किसी महामारी की वजह से टलेंगे ओलंपिक खेल 

ओलंपिक खेल पहले भी तीन बार टल चुके हैं. सबसे पहले 1916 में प्रथम विश्व युद्ध के कारण खेल रद्द हुए थे. आगे 1940 और 1944 के दौरान द्वितीय विश्व युद्ध की वजह से ओलिंपिंक खेल नहीं हो पाए थे. अगर इस बार भी खेलों को रद्द करने का आधिकारिक ऐलान हो गया तो ये पहली बार होगा जब ओलंपिक खेल किसी महामारी के कारण रद्द होंगे. 

बता दें, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस की चपेट में 3 लाख़ से ज़्यादा लोग आ चुके हैं. 16 हज़ार के क़रीब लोगों ने अपनी जान गंवा दी. अभी भी इस ख़तरनाक वायरस का कहर कम नहीं हुआ है. कई देशों में लॉकडाउन है. भारत में भई इमेरजेंसी जैसे हालात बने हुए हैं. जापान में भी 1700 से ज़्यादा लोग इस वायरस की चपेट में हैं. ऐसे में ओलंपिक खेल अगले ही साल होने की उम्मीद है.