हिंदुस्तान में खेलों को लेकर एक अलग ही जुनून देखने को मिलता है. हमारे देश में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है. आज के दौर में हम क्रिकेट, हॉकी, रेसलिंग, बॉक्सिंग और शूटिंग जैसे खेलों के चैंपियन हैं. हमारे देश में कई बेहतरीन खिलाड़ी हुए हैं, जिन्होंने समय-समय पर विश्वपटल पर भारत का परचम लहराया है. भारतीय खेल इतिहास में न केवल पुरुष खिलाड़ियों का योगदान रहा, बल्कि महिलाओं ने भी दुनियाभर में कामयाबी के झंडे गाड़े हैं. पीटी ऊषा, एम. सी. मैरीकॉम, के. मल्लेश्वरी, साइना नेहवाल, सानिया मिर्ज़ा, साक्षी मलिक, गीता फ़ोगट,पी वी सिंधु और दीपा कर्माकर जैसी कई खिलाड़ियों ने विश्वस्तरीय प्रतियोगिताओं में भारत का नाम रौशन किया है.
आज हम आपको भारत की उन महिला खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी वजह से विश्व पटल पर भारत का सिर गर्व से उठ गया था. आप भी देखिये ये 16 यादगार पल जब भारतीय महिला खिलाड़ियों ने विश्वपटल पर देश का नाम रौशन किया.
1. साल 1986, सियोल एशियाड के दौरान पी. टी. ऊषा ने एथलेटिक्स में 4 गोल्ड सहित कुल 5 मेडल जीतकर एक नया रिकॉर्ड बनाया था.
2. सिडनी ओलंपिक 2000, के. मल्लेश्वरी ने पहली बार वेटलिफ़्टिंग के 69 किलोग्राम भार कैटेगरी में भारत के लिए Bronze मेडल जीता था.
3. साल 2003, एथलीट अंजू बॉबी जॉर्ज ने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के दौरान लॉन्ग जंप में Bronze मेडल जीतकर हिंदुस्तान का सिर ऊंचा किया था.
4. साल 2012, लन्दन ओलंपिक के दौरान जब एम.सी. मैरीकॉम ने बॉक्सिंग में Bronze मेडल जीता था.
5. साल 2012, लन्दन ओलंपिक, साइना नेहवाल ने बैडमिंटन में भारत को पहली बार ओलंपिक में Bronze मेडल दिलाया.
6. साल 2014, दो साल बॉक्सिंग रिंग से बहार रहने के बाद एम.सी. मैरीकॉम ने एशियन गेम्स में गोल्ड मैडल जीता था.
7. अप्रैल 2015, बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल जब पहली बार दुनिया की नंबर वन महिला बैडमिंटन खिलाड़ी बनी थी.
8. साल 2016, रियो ओलंपिक के दौरान पी.वी. सिंधु ने सिल्वर मेडल जीतकर भारत का नाम रौशन किया था.
9. गीता फ़ोगट पहली भारतीय फ़्री-स्टाइल रेसलर हैं जिन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स 2010 के दौरान भारत को पहली बार गोल्ड दिलाया है.
10. साल 2016, रियो ओलंपिक, साक्षी मलिक पहली ऐसी महिला रेसलर जिन्होंने रेसलिंग में भारत को मेडल दिलाया है.
Source: thehindu
11. साल 2016, रियो ओलंपिक के दौरान दीपा कर्माकर जिम्नास्टिक प्रतियोगिता के टॉप 4 में जगह बनाने वाली भारत की पहली महिला खिलाड़ी हैं.
12. साल 2016, पैरालंपिक खेल में दीपा मलिक भारत को सिल्वर मेडल दिलाने वाली पहली महिला खिलाड़ी बनी.
13. साल 2015, जब सानिया मिर्ज़ा WTA Doubles Ranking में दुनिया की नंबर एक महिला खिलाड़ी बनी थी.
14. साल 2002, अंजली भागवत ने 10 मीटर एयर राइफ़ल में नंबर वन रैंक हासिल की थी.
15. साल 2002, मात्र 15 साल की उम्र में हम्पी कोनेरू शतरंज की लिटिल ग्रांडमास्टर बनी थी.
16. आईसीसीसी महिला वर्ल्ड कप 2017, भारतीय महिला क्रिकेट टीम पहली बार फ़ाइनल में पहुंची थी और उपविजेता बनी थी.
तो ये थे भारतीय खेल इतिहास के वो यादगार पल जिन्हें देखकर हर भारतीय के मन में इन महिला खिलाड़ियों के प्रति प्यार और बढ़ जायेगा.