शिखर धवन का बल्ला चलता है तो विपक्षी खेमे के गेंदबाज़ मैदान में सिर छिपाने की जगह ढूंढते हैं. ये भारतीय ओपनर बल्लेबाज़ अपने तोबड़-तोड़ बैख़ौफ़ बैटिंग के लिए जाने जाते हैं. कई मौकों पर शिखर ने मैच को सिर्फ़ अपनी बल्लेबाज़ी के दम पर भारत का मैच बनाया है. 

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टीम इंडिया में गब्बर नाम से फ़ेमस शिखर ने साल 2010 में डेब्यू किया था. आज शिखर 34 साल को हो गए हैं. आपने उनके बारे में काफ़ी कुछ पढ़ा-सुना होगा. लेकिन फिर भी ये पांच बातें छूट गई होंगी. 

1. शिखर धवन की शुरुआत विकेटकीपर के तौर पर हुई थी 

जब शिखर धवन जूनियर क्रिकेटर हुआ करते थे और क्लब में खेलते थे तब के उनके कोच तारक सिन्हा ने एक साक्षात्कार में बताया था कि उनकी ट्रेनिंग की शुरुआत विकेटकीपर के तौर पर हुई थी. 

2. अंडर 19 वर्ल्ड कप

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साल 2004 का अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारत चौथे स्थान पर रहा था. उस स्थान तक पहुंचाने का बहुत बड़ा श्रेय शिखर धवन के कंधे पर जाता है. अकेले शिखर ने पूरे टुर्नामेंट में 505 रन बनाए थे. ये किसी अंडर 19 वर्ल्ड कप में किसी बल्लेबाज़ द्वारा सबसे ज़्यादा रन बनाने का रिकॉड है. जो अभी तक सुरक्षित है. 

3. शिखर धवन गब्बर कैसे बना

शिखर का नाम गब्बर पड़ने की कहानी बड़ी रोचक है. 1975 में रिलीज़ हुई फ़िल्म शोले में एक किरदार हुआ करता था- गब्बर. घरेलू मैचों में शिखर क्षेत्ररक्षण करते हुए साथी खिलाड़ियों को उत्साहित करने के लिए और विपक्षी बल्लेबाज़ को परेशान करने के लिए मैदान में गब्बर के डायलॉग बोला करते थे. तभी से साथी खिलाड़ियों ने उनका नाम गब्बर रख दिया था. 

4. धवन और उनकी पत्नी की मुलाक़ात फ़ेसबुक पर हुई

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शिखर धवन की पत्नी आयाश मुखर्जी एक किकबॉक्सर हैं. अचानक ही धवन की नज़र उनके फ़ेसबुक प्रोफ़ाइल पर पड़ी, वो क्रिकेटर हरभजन सिंह की फ़्रेंडलिस्ट में थी. फिर बातें हुईं, जान पहचान हुई और शादी हुई. 

5. धवन चार टीम के लिए IPL में खेल चुके हैं

सब अच्छे से जानते हैं कि IPL में शिखर धवन ने हैदराबाद की सन राइज़र्स की ओर से कई मैच जिताउ पारियां खेली हैं. लेकिन उनके IPL करियर की शुरुआत साल 2008 में दिल्ली की टीम से हुई थी, जो तब दिल्ली डेयर डेविल्स हुआ करती थी. साल 2009 में वो मुंबई में चले गए. दो सीज़न के बाद उन्हें डेकन चार्जर्स ने ख़रीद लिया. उसके बाद साल 2013 से वो अपनी वर्तमान टीम के साथ हैं. 

शिखर धवन के नाम कई रिकॉर्ड दर्ज हैं, उन्होंने अपनी पहली टेस्ट पारी में यादगार और सबसे तेज़ शतक लगाया था, जो कि आज भी एक रिकॉर्ड है. सबको पता है, जब तक शिखर धवन क्रिकेट खेलते रहेंगे. ऐसे ही रिकॉर्ड बनाते और तोड़ते रहेंगे.