विराट कोहली… ये नाम आते ही क्रिकेट के अलावा कोई चीज़ सबसे पहले ज़हन में आती है, तो वो है फ़िटनेस. हर इंसान जानता है कि विराट कोहली फ़िटनेस के लिए किस तरह ऑब्सेस्ड हैं. और पिछले कुछ सालों में, जिस तरह से उनका खेल बदला है, उसमें भी वह साफ़ झलकता है.
जिन लोगों ने कोहली के ट्रांसिशन को नोटिस नहीं किया है. वो इंटरनेट पर विराट के नए-पुराने सैकड़ों वीडियोज़ पर एक नज़र मार सकते हैं.
दो साल पहले, विराट ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने 4 साल में एक भी बार बटर चिकन नहीं खाया है. (अब बटर चिकन का सवाल इतना इम्पॉर्टेंट इसलिए है कि भई एक तो लड़का पंजाबी, ऊपर से दिल्ली का. तो ऐसे कैसे बटर चिकन के बिना रह लिए.)
खै़र. विराट कोहली मज़ाक नहीं कर रहे थे.
इंडिया के पुराने Strength And Conditioning कोच शंकर बसु ने हाल ही में इस बात का ख़ुलासा किया था, कि विराट कोहली ने 2 साल में एक भी दिन चीट डे नहीं लिया. पीटीआई से बात करते हुए शंकर ने कोहली को ‘फ़्रीक’ कहा था. (अब यार दो साल में एक भी चीट डे नहीं लोगे तो भले ही विराट कोहली हो, पर बंदा फ़्रीक तो कहेगा ही ना! )
बसु ने कहा, “जब आप कोई ऐसा इंसान देखते हैं, यह बहुत मुश्किल है कि आप इंस्पायर न हों. उनका चीट डे बरसों में एक बार आता है. मैंने उन्हें पिछले दो सालों में एक भी दिन डाइट के दिनों में चीट डे लेते नहीं देखा. मैं आपको बता रहा हूं कि ये बंदा बिल्कुल फ़्रीक है. “
उन्होंने ये भी कहा कि कोहली ख़ुद को इतना पुश करते हैं, कि उनसे इस बात की गुज़ारिश करनी पड़ती है कि थोड़ा आराम कर लो अब. इस बात को महीनों हो जाते हैं, जब मैं उनसे लगातार ये बात कह रहा होता हूं कि उन्हें थोड़ा सुस्ताने की ज़रूरत है.
चलो अच्छा है, कोहली हम सब के हिस्से के कमिटमेंट को भी पूरा कर दे रहे हैं. अब मैं जा रहा हूं और पिज़्जा खाऊंगा. मुझे पिज़्जा खाए दो दिन हो गए हैं.