IPL 2019 के मैच शुरू हो चुके हैं. राजस्थान रॉयल्स और किंग्स XI पंजाब की टीम्स बीच एक शुरुआती मैच में पंजाब के कप्तान अश्विन ने जोस बटलर को ‘Mankad’ कर दिया. बटलर आउट हो गए और पंजाब जीत गयी.
असली कहानी यहां से शुरू होती है!
ट्विटर से लेकर क्रिकेट की दुनिया तक, हर कोई अश्विन को जज कर रहा था. किसी ने कहा ये खेल भावना के खिलाफ़ है, किसी ने कहा ये Illegal नहीं है, तो अश्विन भी ग़लत नहीं.
@tinobest at his Best…. 😝😂😂😂#IPL2019 #RRvKXIP #AshwinMankads pic.twitter.com/qp79S5iBui
— Marshall K Sarkhedi (@TheMarshallSir) March 26, 2019
Remember This Kid Who Was Mankaded By An English Cricketer Some Years Back… He Is Grown Up Now & Just Took His Revenge On An English Cricketer Tonight… #ashwin #AshwinMankads #josbuttler #RRvKXIP pic.twitter.com/9va7otRAqt
— Siddhartha singh (@sid_varanasi) March 26, 2019
है क्या Mankading?
जब नॉन-स्ट्राइकर एन्ड का बल्लेबाज़ बॉल पड़ने से पहले ही क्रीज़ छोड़ दे और गेंदबाज़ उसे आउट कर दे. एक लीगल Dismissal होने के बाद भी ये क्रिकेट की दुनिया में बदनाम है. क्रिकेट की दुनिया को ये शब्द एक भारतीय की वजह से मिला.
हालांकि वीनू मांकड़ के नाम सिर्फ़ ये कंट्रोवर्सिअल टर्म ही नहीं था. सुनील गावस्कर से पहले उनके नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में किसी भारतीय द्वारा की गई सबसे लम्बी ओपनिंग पार्टनरशिप भी थी. रन थे 413 और वीनू ने 213 रन बनाये थे. 1954 में नूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ बने इस रिकॉर्ड को 30 साल बाद गावास्कर ने तोड़ा. उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 5 सेंचुरी और 31.47 की एवरेज से 162 रन बनाये थे, जिसके लिए उन्हें 1973 में पद्मभूषण से भी सम्मानित किया गया. हालांकि ये Controversial टर्म उनके नाम के साथ उनके जाने के बाद भी जुड़ा रहा.
वीनू के उस Dismissal की उस वक़्त अगर ऑस्ट्रेलिया की मीडिया ने आलोचना की थी, तो उसे सही मानने वाले भी थे, जिनमें सबसे बड़ा नाम सर डॉन ब्रैडमैन का था. उन्होंने अपनी आत्मकथा में लिखा था:
मुझे सारी ज़िन्दगी ये समझ नहीं आया कि मीडिया ने उसकी (वीनू मांकड़) स्पोर्ट्समैनशिप पर सवाल क्यों उठाया? क्रिकेट के नियमों में ये साफ़ लिखा हुआ है कि जब तक बॉल डिलीवर नहीं होती, तब तक नॉन-स्ट्राइकर को भी क्रीज़ पर ही रहना है. अगर ऐसा नहीं है, तो फिर बॉलर को उस बैट्समैन को आउट करने को लीगल क्यों माना गया है? बॉल डालने से पहले ही चल देने पर नॉन-स्ट्राइकर वैसे ही फ़ायदे में रहता है.
Mankading के कई Dismissal पहले भी हो चुके हैं. जोस बटलर को ही श्रीलंका के सेनानायके ने 2014 में Mankad किया था.
इससे पहले पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव भी इस तरीके से 1992 में साउथ अफ़्रीका के पीटर कर्स्टन को आउट कर चुके हैं. हालांकि उस गेम में बल्लेबाज़ को दो बार चेतावनी दी जा चुकी थी और वो फिर भी बॉल डलने से पहले क्रीज़ छोड़ रहे थे.
2012 में ख़ुद अश्विन ने श्रीलंका के लहिरु थिरामाने को Mankad किया था, लेकिन उस समय कप्तान रहे सहवाग इस Dismissal के ख़िलाफ़ गए थे.