Happy Birthday Rahul Dravid: वर्ल्ड क्रिकेट में ‘द वॉल’ के नाम से मशहूर भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज़ों में शुमार राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) आज यानी 11 जनवरी, 2022 को अपना 49 साल जन्मदिन मना रहे हैं. राहुल द्रविड़ अपनी दमदार और टिकाऊ बैटिंग के लिए मशहूर थे. टेस्ट क्रिकेट में अक्सर देखा जाता था कि वो सुबह मैदान पर जाते थे तो फिर शाम को ही पवेलियन वापस लौटते थे. दुनिया का बड़ा सा बड़ा गेंदबाज़ भी उनके आगे हथियार डाल देता था. वर्ल्ड क्रिकेट में हमें अब शायद ही कभी राहुल द्रविड़ जैसा बल्लेबाज़ देखने को मिले.

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वर्तमान में भारतीय क्रिकेट टीम के कोच राहुल द्रविड़ ने अपने 16 साल के क्रिकेटिंग करियर में भारतीय क्रिकेट के लिए अपना अहम योगदान दिया. इस दौरान उन्होंने भारत को कई बड़े मौकों अकेले दम पर जीत दिलाई और कई सारे रिकार्ड्स अपने नाम भी किये. क्रिकेट से संन्यास के बाद उन्होंने कई सालों तक देश के युवा टैलेंट को निखारने का काम किया. इस दौरान उन्हें कई बार टीम इंडिया के कोच का पद भी ऑफ़र किया गया, लेकिन उन्होंने ये ऑफ़र ये कहते हुये ठुकरा दिया कि वो युवा खिलाड़ियों को निखारने चाहते हैं.

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अंतरराष्ट्रीय करियर में 24 हज़ार से भी अधिक रन बनाने वाले राहुल द्रविड़ ने बेंगलुरु में स्थित National Cricket Academy (NCA) निदेशक के तौर पर भारतीय क्रिकेट की एक नयी पहचान दिलाई. आज द्रविड़ की बदौलत ही भारतीय क्रिकेट को केएल राहुल, ऋषभ पंत, श्रेयष अय्यर, पृथ्वी शॉ, शुभमन गिल और ईशान किशन समेत कई अन्य बेहतरीन युवा खिलाड़ी मिले हैं.

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राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने 3 अप्रैल, 1996 को भारत के लिए वनडे डेब्यू किया था. इसके बाद 20 जून 1996 को लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर देश के लिए टेस्ट डेब्यू किया. वो अपने पहले टेस्ट मैच में 4 रन से शतक जड़ने से चूक गये थे. इसके बाद साल 1997 में उन्होंने दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ जोहानिसबर्ग में 148 रन की बेहतरीन पारी खेल अपना पहला टेस्ट शतक जमाया था. द्रविड़ ने अपने टेस्ट करियर में 5 दोहरे शतक भी लगाये थे.  

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चलिए अब राहुल द्रविड़ की उस साहसिक पारी का ज़िक्र भी कर लेते हैं जो उन्होंने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ खेली थी-

पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ आज भी अपनी एक अद्भुत पारी के लिए जाने जाते हैं जो उन्होंने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ खेली थी. दरअसल, भारतीय टीम साल 2004 में पाकिस्तान दौरे पर थी. इस दौरान दोनों ही टीमें 3 टेस्ट मैचों की सीरीज़ में 1-1 की बराबरी पर थे. द्रविड़ इन दोनों मैचों में केवल 39 रन ही बना सके थे. आख़िरी और निर्णायक मुक़ाबला रावलपिंडी में खेला जाना था. इस दौरान भारत ने टॉस जीतकर पाकिस्तान को बल्लेबाज़ी का मौका दिया. भारत की शानदार गेंदबाज़ी के आगे पाकिस्तान पहली पारी में केवल 224 रन ही बना सका. इसके जवाब में भारत ने अपनी पहली पारी में 600 रनों का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया.

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भारत के इस विशाल स्कोर के हीरो राहुल द्रविड़ थे. इस दौरान भारत ने पहली ही गेंद पर वीरेंद्र सहवाग के रूप में अपना पहला विकेट गंवा दिया था. इसके बाद क्रीज़ पर उतरे राहुल द्रविड़. दूसरे छोर पर द्रविड़ के साथ पार्थिव पटेल थे. इन दोनों ने धीरे-धीरे स्कोर को आगे बढ़ाया और भारत ने 100 का आंकड़ा पार कर लिया, लेकिन 129 के स्कोर पर पाकिस्तानी गेंदबाज़ फैज़ल अकबर ने पार्थिव पटेल को आउट कर दिया. भारत ने अपने खाते में 1 रन जोड़ा ही था कि सचिन तेंदुलकर केवल 1 रन बनाकर आउट हो गये. इसके बाद द्रविड़ का साथ देने वी. वी. एस लक्ष्मण आये.

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दूसरे दिन लगाई सेंचुरी

टीम इंडिया 130 रनों के स्कोर पर 3 विकेट खोकर मुसीबत में नज़र आ रही थी. द्रविड़ ने लक्ष्मण के साथ मिलकर टीम को 250 के पार पहुंचा दिया. लेकिन 261 के स्कोर पर भारत ने लक्ष्मण (71) का विकेट भी गंवा दिया. अब टीम इंडिया के कप्तान सौरव गांगुली क्रीज़ पर थे और दूसरे छोर द्रविड़ टिके हुये थे. इसी के साथ पहला दिन का खेल ख़त्म हो गया. दूसरे दिन का खेल शुरू हुआ और द्रविड़ ने पहले अपना शतक पूरा किया फिर गांगुली के साथ मिलकर टीम का स्कोर 390 के पार तक पहुंचाया. लेकिन 392 के स्कोर पर दादा भी 77 रनों की पारी खेलकर पवेलियन लौट गये.  

राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid)

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तीसरे दिन 200 सेंचुरी पूरी की  

इसके बाद राहुल द्रविड़ का साथ देने युवराज सिंह आये. इस दौरान द्रविड़ ने युवराज के साथ मिलकर 88 रनों की साझेदारी की. 47 रन बनाकर युवी भी आउट हो गए. इसके बाद इरफ़ान पठान भी 15 रन बनाकर आउट हो गए, लेकिन द्रविड़ एक छोर पर टिके रहे. इसी के साथ दूसरे दिन का खेल भी ख़त्म हो गया. जब तीसरे दिन का खेल शुरू हुआ तो द्रविड़ को टेलेंडर्स के साथ बल्लेबाज़ी करनी थी. इस दौरान उन्होंने सबसे पहले अपनी डबल सेंचुरी पूरी की. इस दौरान भारत ने 572 रनों के स्कोर पर अनिल कुंबले के रूप में अपना 8वां विकेट भी गंवा दिया. तब तक द्रविड़ 250 रनों की पारी खेल चुके थे.  

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क्रीज़ पर टिके रहे 12 घंटे तक 

इसके बाद आख़िरकार तीसरे दिन 593 रनों के स्कोर पर भारत ने राहुल द्रविड़ के रूप में अपना 9वां विकेट गंवाया. इस दौरान द्रविड़ ने 495 गेंदे खेलकर 277 रनों की मैराथन पारी खेली. द्रविड़ ने अपनी इस पारी की शुरुआत भारतीय इनिंग की दूसरी गेंद से शुरू की थी और वो पारी की 175.2 गेंद पर आउट हुए. इस दौरान उन्होंने क्रीज़ पर 12 घंटे से अधिक का समय बिताया. भारत ये टेस्ट में पारी और 131 रनों से जीता था. इसी के साथ भारत ने पाकिस्तान को 3 टेस्ट मैचों की सीरीज़ में 2-1 की शिकस्त भी दी.

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ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ भी खेली थी मैराथन पारी  

इसके अलावा साल 2003 में जब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर थी तो इस दौरान भारत ने ऑस्ट्रेलिया को एडिलेड टेस्ट में करारी शिकस्त दी थी. इस जीत के हीरो भी राहुल द्रविड़ ही थे. इस दौरान द्रविड़ ने एडिलेड की उछाल भरी पिच पर क़रीब 835 मिनट तक बल्लेबाज़ी करते हुए 233 रनों की साहसिक पारी खेली थी, जिसके लिए उन्होंने 446 गेंदों का सामना किया था.

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राहुल द्रविड़ भारत के लिए 164 टेस्ट मैचों में 36 शतक और 63 अर्धशतकों की बदौलत कुल 13,288 रन बनाये हैं. इसके अलावा 344 वनडे मैचों में उन्होंने 83 अर्धशतक और 12 शतकों के दम पर कुल 10,889 रन बनाए. द्रविड़ ने अपने करियर में केवल 1 टी20 मैच खेला था, जिसमें उन्होंने 31 रनों की पारी खेली थी. द्रविड़ ने फ़र्स्ट क्लास क्रिकेट में कुल 23794 रन बनाये हैं.  

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