The Wall के नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ को हर क्रिकेट प्रेमी जेंटलमैन क्रिकेटर के तौर पर जनता है. द्रविड़ का नाम सुनते ही हर फ़ैन के सामने एक शानदार खिलाड़ी और शांत स्वभाव के व्यक्ति की छवि नज़र आती है. भारतीय क्रिकेट टीम के कोच का करोड़ों का ऑफ़र ठुकराकर अंडर-19 टीम की कमान संभालना हो या फिर अंडर-19 वर्ल्ड कप जीत के बाद मिली ईनामी राशि का मामला हो. द्रविड़ ने हमेशा से ही अपने फ़ैसलों से सबको चौंकाया है. मैदान हो या मैदान के बाहर द्रविड़ ने अपनी एक अलग पहचान बनायी है. द्रविड़ पैसों के पीछे भागने वाले क्रिकेटरों में से नहीं हैं. क्रिकेट का मैदान हो या फिर ड्रेसिंग रूम द्रविड़ अपने शांत स्वभाव के लिए जाने जाते थे. लेकिन ऐसा कतई नहीं है कि उनको कभी गुस्सा आता ही नहीं है.
वो कहते हैं न कि शांत इंसान का गुस्सा बहुत भयानक होता है. द्रविड़ के साथ भी एक बार ऐसा ही कुछ हुआ.
साल 2006, मुम्बई में भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए टेस्ट मैच के दौरान राहुल द्रविड़ का गुस्सा देखने को मिला. जब भारत को जीत के लिए 313 रन का टारगेट मिला था. एक समय पर भारत का स्कोर 75/3 था, लेकिन पूरी टीम 100 पर आउट हो गयी. इस हार के साथ ही सीरीज़ बराबरी पर ख़त्म हुयी. इसके बाद जो हुआ वो थोड़ा चौंकाने वाला था. द्रविड़ हार से इतने बौखलाए थे कि उन्होंने ड्रेसिंग रूम में पड़ी एक चेयर को पकड़कर गुस्से से दूर फ़ेंक दिया. द्रविड़ मैच हारने से नाराज़ नहीं थे, बल्कि जिस ग़ैर-ज़िम्मेदाराना तरीके से मैच हारे उसे लेकर बेहद नाराज़ हो गए थे.
आख़िरकार राहुल द्रविड़ भी इंसान हैं, गुस्सा हर किसी को आता है. लेकिन कभी-कभी परिस्तिथियां ऐसी हो जाती हैं कि इंसान अपने गुस्से को क़ाबू नहीं कर पता है और द्रविड़ के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ. शायद ये उनके करियर की पहली और आखिरी घटना थी, जब उन्हें इतने गुस्से में देखा गया था. वैसे भी खेल के दौरान ऐसी घटनाएं देखने को मिलती रहती हैं.
लेकिन राहुल द्रविड़ ने भारतीय क्रिकेट में जितना भी योगदान दिया उसके लिए उनका तहे दिल से शुक्रिया.