भारतीय क्रिकेट में कई ऐसे चेहरे हैं, जिन्होंने सिर्फ़ देश में ही नहीं, विदेशों में भी भारत का गौरव बढ़ाया है. लेकिन शायद उन चेहरों को हम नहीं जानते, जिन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर तो कमाल कर दिया, लेकिन भारतीय टीम में जगह नहीं होने के कारण अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में नहीं खेल पाए.

ऐसे लोगों की लिस्ट काफ़ी बड़ी है. ऐसे ही दो लोगों को इस बार BCCI ने लाइफ़ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड दिया है. रजिनदर गोयल पद्माकर शिवालकर ने रणजी ट्राफ़ी में 750 विकेट और 637 विकेट अपने नाम किए थे. लेकिन बिशन सिंह बेदी के टीम में होने की वजह से कभी भारतीय टीम में इन्हें जगह नहीं मिली.
Happy Birthday Rajinder Goel, the man who took the most wickets (637) in Ranji Trophy but never got a chance to play for India. pic.twitter.com/HOOSXbJJ2Y
— Cricketopia (@CricketopiaCom) September 20, 2016
इतना ही नहीं, BCCI ने महिला क्रिकेट में अपना योगदान देने के लिए संता रंगस्वामी को भी लाइफ़ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से नवाज़ा है. 1976 से 91 तक क्रिकेट खेलने वाली संता जी ने 750 से ज़्यादा रन और 31 विकेट हासिल किए थे.

रजिनदर गोयल ने जहां हरियाणा से 157 मैच खेले, वहीं महाराष्ट्र की स्पिन का भार पद्माकर शिवालकर ने उठाया हुआ था.
खैर, देर आए दुरुस्त आए का ये वाक्य BCCI पर बिलकुल ही बैठता है. अगर भारतीय टीम में जगह होती, तो ये खिलाड़ी टीम का हिस्सा ज़रूर होते और शायद सिर्फ़ भारत में नहीं, बल्कि दुनिया में भी इनके नाम का डंका बजता.