Why Glen Maxwell Did Not Got Runner In Australia Vs Afghanistan Match : 07 नवंबर 2023..एक ऐसी तारीख़ जिसे ग्लेन मैक्सवेल तो क्या पूरी ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम और उनके फैंस याद रखेंगे. इस दिन मुंबई (Mumbai) के वानखेड़े स्टेडियम (Wankhede Stadium) में मैक्सवेल ने ऐसी करिश्माई पारी खेली, जिसकी शायद उन्हें भी उम्मीद नहीं होगी. उनकी पारी ने ऑस्ट्रेलिया के अफ़गानिस्तान के ख़िलाफ़ हुए गेम का रुख तो पलट ही दिया, साथ ही अपनी टीम के लिए उन्होंने दर्द में भी ऐसा जज़्बा दिखाया जिसकी हर जगह तारीफ़ हो रही है. (ICC Cricket World Cup 2023)
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दरअसल, मैक्सवेल ने नाबाद 201 रनों की पारी खेली, जिसमें उन्होंने 21 चौके और 10 छक्के लगाए. लेकिन जब वो 150 रन के क़रीब थे, तो उनके पैर में ऐंठन शुरू हो गईं. इस दौरान कई बार उनकी टीम के फिज़ियोथेरेपिस्ट आकर उनका उपचार करते दिखे. लेकिन इसके बावजूद मैक्सवेल दर्द से काफ़ी बार छटपटाते दिख रहे थे. हालांकि, ये दर्द सहते हुए उन्होंने अपनी पारी जारी रखी और टीम को जीत का रास्ता दिखाया.
इस दौरान एक सवाल सबके मन में कौंध रहा है कि इतने दर्द के बावजूद आखिर मैक्सवेल को एक रनर क्यों नहीं मिला? वर्ल्ड कप में रनर से जुड़े क्या नियम हैं? आइए आज आपको इन सारे सवालों के जवाब देते हैं.
क्यों नहीं मिला ग्लेन मैक्सवेल को रनर?
दरअसल, साल 2011 में ICC की कार्यकारी समिति ने ODIs में घायल बल्लेबाज़ों के लिए रनर को हटाने का फ़ैसला किया था. ये निर्णय उन सिफ़ारिशों का एक हिस्सा था, जो ये समझाते समय की गई थीं कि तय समय पर मैच क्यों ख़त्म नहीं हो पाता और खेल के समय ज़्यादा रुकावटें आती हैं. इसके बाद मेलबर्न क्रिकेट क्लब (MCC) ने ये बताया था कि क्रिकेट के नियम नहीं बदले हैं, लेकिन यह सिर्फ़ इंटरनेशनल खिलाड़ियों के लिए खेल की स्थितियों में बदलाव करने के लिए ऐसा फ़ैसला किया गया है. इसलिए घायल बल्लेबाज़ के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट में रनर को नहीं भेजा जाएगा.
चोटिल होने पर बल्लेबाज़ को होना पड़ेगा रिटायर्ड हार्ट
घरेलू क्रिकेट में ख़िलाड़ी रनर अभी भी ले सकते हैं. अगर बल्लेबाज़ को ज़्यादा मुश्किल हो रही है, तो उसे इसका इलाज़ ड्रेसिंग रूम में जाकर करना होगा. फिर वो बाद में बल्लेबाज़ी करने के लिए मैदान में उतर सकता है. इसका मतलब है कि चोटिल होने के चलते अगर किसी बैटर को दौड़ने या भागने में परेशानी हो रही है, तो उसे रिटायर्ड हार्ट होना पड़ेगा. हालांकि, इस नियम के लिए कई असहमतियां भी जताई गई थीं.
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लोग कर रहे मैक्सवेल को सैल्यूट
मैक्सवेल की इस ऐतिहासिक पारी के बाद लोग सोशल मीडिया पर तमाम तरह के रिएक्शन दे रहे हैं. आइए आपको इसके बारे में बताते हैं.