एक अच्छे बल्लेबाज़ को बैटिंग स्किल्स के साथ ही एक अच्छे बल्ले की भी ज़रूरत होती है. किसी क्रिकेट मैच में जब कोई बल्लेबाज़ किसी बॉलर की जमकर धुलाई करता है मतलब ज़्यादा रन बनाता है तो दर्शकों को ख़ूब मज़ा आता है. ऐसे पल हमेशा-हमेशा के लिए यादगार बन जाते हैं.
आज हम ऐसे ही एक यादगार पल के साथ ही आपको दुनिया के सबसे महंगे बैट और उसे कौन इस्तेमाल करता है, उससे जुड़ी जानकारी बताएंगे.

दुनिया के सबसे महंगे बैट के बारे में जानने से पहले आपको बैट से जुड़ी कुछ मजे़दार जानकारी बता देते हैं. आज दुनियाभर में एक से बढ़कर बेहतरीन बैट बनाने वाली कंपनियां मौजूद हैं. इनमें से बेस्ट बैट चुनना आसान नहीं होता. इसे चुनने का बेस्ट तरीका है इसकी लकड़ी के बारे में पता होना.

English Willow पेड़ की लकड़ी से बने बैट क्रिकेट खेलने के लिए बेस्ट माने जाते हैं. इसलिए मार्केट में इस लकड़ी से बने बैट की सबसे ज़्यादा डिमांड है. औसतन इस लकड़ी से बने बैट की क़ीमत 4000 से 8000 रुपये होती है. इस लकड़ी से बना सबसे महंगा बैट Gray-Nicolls Legend का है, जिसकी क़ीमत 98,000 रुपये है.

लेकिन ये दुनिया का सबसे महंगा बैट नहीं है. विश्व के सबसे महंगे बैट की क़ीमत 83 लाख रुपये है. इसके मालिक हैं इंडियन टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी. ये वही बैट है जिससे आख़िरी बॉल पर सिक्स मारकर धोनी ने टीम इंडिया को उसका दूसरा वर्ल्ड कप दिलाया था.

2011 के वर्ल्ड कप के फ़ाइनल में धोनी ने इसी बैट से बैटिंग की थी. इससे जुड़ी यादों के कारण ही ये भारतीय फ़ैंस के लिए स्पेशल है. इस बल्ले को एक भारतीय कंपनी RK Global Share And Securities LTD.ने एक नीलामी में 83 लाख रुपये की बोली लगाकर ख़रीदा था.
‘East Meets West’ नाम की ये नीलामी 2011 के वर्ल्ड के कुछ महीने बाद हुई थी. तब ये बैट 1 लाख पाउंड में बिका था और तभी इसने दुनिया के सबसे महंगे बैट होने का Guinness World Record भी बना डाला था.