पिछले दिनों हुई कई आतंकवादी घटनाओं से हमारे देश पर फिर से आतंकवाद का बुरा साया मंडराने लगा है. पठानकोट से लेकर उरी हमले ने एक बार फिर से साबित कर दिया कि आतंकवाद लगातार अपने पैर फैला रहा है. एक बार फिर से आतंकियों ने अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देने के लिए हिंसा का रास्ता अपनाया है. आज सिर्फ़ देश ही नहीं, बल्कि पूरा विश्व आतंकवाद जैसी बीमारी से ग्रसित है. आज हमें उन सभी आतंकी संगठनों को जानने की ज़रूरत है.

दुनिया में वैसे तो कई छोटे-बड़े आतंकी संगठन हैं, लेकिन ये 10 संगठन ऐसे हैं, जो पूरे विश्व के लोगों के लिए खतरा बने हुए हैं. गौरतलब है कि इन्हें भारत के साथ-साथ दुनिया के लगभग सभी देशों ने ब्लैक लिस्ट कर रखा है.

1. अलकायदा

अलकायदा, एक समय था जिसके नाम से दुनिया का सर्वशक्तिशाली देश अमेरिका भी थर-थर कांपता था. अलकयदा को आतंकी संगठनों में सबसे बड़ा ब्रांड माना जाता है. इस आतंकवादी संगठन की स्थापना 1988 में ओसामा बिन लादेन ने की थी. यह दुनिया का ऐसा आतंकवादी संगठन है, जिसने अपने लड़ाकुओं को हाईटेक और टेकसेवी बनाया. इसने अपने संगठन में शिक्षित और पेशेवर लोगों को शामिल किया, ताकि आतंकवाद का पूरी दुनिया में डंका बजे. अमेरिका में 9/11 का ऐतिहासिक हमला अलकायदा ने ओसामा बिन लादेन के नेतृत्व में किया था. हालांकि, ओसामा के मारे जाने के बाद यह संगठन थोड़ा-सा कमज़ोर ज़रूर हुआ है, लेकिन वर्तमान में अल जवाहरी के नेतृत्व में फिर से मज़बूती से अपने कदम बढ़ा रहा है.

2. इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस)

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अलकायदा अगर आतंक की दुनिया का सबसे बड़ा नाम है, तो इस्लामिक स्टेट उसका भी बाप है. यह संगठन आईएसआईएस के नाम से भी जाना जाता है. 1999 में अबू बकर अल बगदादी द्वारा स्थापित आईएसआईएस संगठन सीरिया और इराक में काफ़ी सक्रिय है. इस संगठन का मकसद न सिर्फ़ आतंक फैलाना है, बल्कि एशिया से लेकर पूरे यूरोप तक पहुंच कर पूरी दुनिया का इस्लामीकरण करना है और शरिया कानून लगाना है. अबु बकर अल बगदादी का बनाया हुआ ये संगठन इतना बर्बर और हिंसक है कि अलकायदा ने भी इसकी निंदा की है. इस आतंकी संगठन में दुनियाभर के लड़ाके शामिल हैं.

3. तालिबान

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सन् 1994 में मुल्ला मोहम्मद उमर के नेतृत्व में इस संगठन का निर्माण हुआ. तालिबान दुनिया के उन चुनिंदा आतंकी संगठनों में से एक है, जिन्होंने किसी देश पर राज किया हो. इस संगठन ने अफगानिस्तान में 1996 से 2001 तक सत्ता सम्भाली. तालिबान ने अफगानिस्तान में शरिअत और इस्लामिक कानून लागू कर इसे सदियों पीछे धकेल दिया. इसे अलकायदा का समर्थन भी हासिल था, लेकिन अमेरिकी सैनिकों ने इस संगठन को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया. हालांकि, यह संगठन फिर से पनपने के लिए अफगानिस्तान में हाथ-पैर मार रहा है.

4. तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान

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तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान कई चरमपंथी इस्लामिक आतंकी संगठनों से मिलकर बना है. पाकिस्तानी तालिबान के नाम से कुख्यात इस संगठन की स्थापना सन् 2007 में पाकिस्तान के कुख्यात आतंकवादी बैतुल्ला महसूद ने किया था. यह वही आतंकी संगठन है, जिसने पाकिस्तान के पेशावर में आर्मी स्कूल के 132 मासूम बच्चों सहित 148 लोगों की हत्या कर दी थी. इसे खतरनाक आतंकी संगठनों में गिना जाता है. यह लड़कियों की शिक्षा का विरोध भी करता है, जिसका उदाहरण मलाला-यूसुफजयी के रूप में सामने आया था.

5. बोको हराम

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साल 2002 में मुस्लिम धर्म गुरू मोहम्मद यूसुफ द्वारा स्थापित बोको हराम नाइजीरिया का एक खतरनाक आतंकी संगठन है, जो अपनी बर्बरता के लिए जाना जाता है. इसका एक मात्र उद्देश्य है नाइजीरिया में इस्लामीकरण को बढ़ावा देना. अंग्रेजी में बोको हरम का अर्थ है ‘पश्चिमी शिक्षा पाप है’. जो भी इस संगठन के खिलाफ़ जाता है, उसे ये मारते हैं और जला भी देते हैं. बर्बरताओं और हत्याओं के मामले में यह आईएसआईएस से भी आगे है. साल 2009 में सैन्य कार्यवाई में बोको हराम का मुखिया यूसुफ मारा गया था. हालांकि, फिर भी उसके गुर्गे आतंक फैला रहे हैं.

6. लश्कर-ए-तैयबा

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पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा को मुंबई हमले के लिए जिम्मेदार माना जाता है. इसे दक्षिण एशिया के सबसे बड़े आतंकी संगठनों में से एक माना जाता है. इस संगठन का मुख्य काम भारत में आतंकी गतिविधियां फैलाना है. इसके आतंकियों को पाकिस्तानी सेना और आईएसआई का संरक्षण हासिल है. इसकी स्थापना 1990 में हाफिज़ मुहम्मद सईद ने की थी.

7. हिजबुल्लाह

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ईरान और सीरिया समर्थित यह लेबनानी आतंकवादी संगठन लेबनानी गृह युद्ध से उभरा. 1985 में स्थापित हिजबुल्लाह को लेबनान का एक शिया राजनीतिक और अर्द्धसैनिक संगठन माना जाता है. इस संगठन को इज़राइल और सुन्नी अरब देशों का सबसे बड़ा दुश्मन माना जाता है. सीआईए की रिपोर्ट के मुताबिक, यह संगठन लेबनान की 41 फीसदी जनसंख्या का समर्थन हासिल होने का दावा करता है. यही नहीं हिजबुल्लाह देश में कई मानवीय और सामाजिक गतिविधियों में शामिल भी होता है.

8. जैश-ए-मोहम्मद

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जैश-ए-मोहम्मद एक पाकिस्तानी जिहादी संगठन है, जिसका एक ही मकसद है भारत से कश्मीर को अलग करना. हालांकि, यह अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों के विरुद्ध आतंकवादी गतिविधियों में शामिल समझा जाता है. इसकी स्थापना मसूद अज़हर नामक पाकिस्तानी पंजाबी नेता ने मार्च 2000 में की थी. इसे भारत में हुए कई आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है. इसे भारत के साथ-साथ संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्रिटेन ने भी आतंकवादी संगठनों की सूची में शामिल कर रखा है.

9. इंडियन मुजाहिद्दीन

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इंडियन मुजाहिद्दीन 2010 में अब्दुल सुभान कुरैशी द्वारा स्थापित एक आतंकवादी संगठन है, जिसे भारत सरकार द्वारा आतंकवादी संगठनों की लिस्ट में शामिल कर दिया गया है. ऐसा माना जाता है कि इसे बांग्लादेश और पाकिस्तान के कुछ आतंकी संगठनों का समर्थन हासिल है. इसका उद्देश्य है भारत में शरिया कानून की स्थापना करना. यह संगठन भारत में कई आतंकवादी घटनाओं को अंजाम दे चुका है. इसे न्यूज़ीलैंड और अमेरिका ने भी आतंकवादी संगठनों की सूची में शामिल कर रखा है.

10. अल नुस्रा फ्रन्ट

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अल-नुस्रा फ्रंट को सीरिया में अल कायदा के नाम से जाना जाता है. पूरे विश्व के इस्लामीकरण के पक्ष में सक्रिय यह संगठन काफी खतरनाक है. इस संगठन का प्रमुख अबु मोहम्मद अल जुलानी था, जो सीरियाई विद्रोहियों का मजबूत समर्थक होने के नाते बशर अल-असद शासन के खिलाफ सीरियाई नागरिक युद्ध में शामिल हुआ था. पश्चिमी देशों के साथ इस संगठन का विरोध अकसर देखा जाता है और इसे इज़राइल के कट्‍टर शत्रुओं में गिना जाता है. 

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