धरती पर जीवों की कई प्रजातियां हैं, कुछ तो इतनी अजीब हैं कि उन्हें देख कर आप अंदाज़ा भी नहीं लगा सकते कि वे वास्तव में ही कोई जीव है. इन सभी प्रकार के जीवों में कई खूबसूरत होते हैं, तो कुछ बदसूरत. जहां खूबसूरत जीवों को देखकर आपके मुंह से Awww और क्यूट जैसे शब्द खुद-ब-खुद निकल पड़ते हैं, वहीं बदसूरत जीवों को देख कर चेहरे के एक्सप्रेशन ही ऐसे हो जाते हैं कि सामने वाला व्यक्ति अंदाज़ा लगा लेता है, कि आपको इनका चेहरा बिलकुल भी पसंद नहीं आया. पर क्या आप उन जानवरों के बारे में जानते हैं, जो यकीनन बेहद ज़्यादा बदसूरत दिखते हैं. अगर नहीं जानते, तो यहां देख लीजिए.

1. Blob Fish (ब्लॉब फिश)

ब्लॉब फिश बदसूरत जानवरों में नंबर वन है, इस फिश का चेहरा देख कर ही आपका दिमाग हिलोरे लेने लगेगा. इस फिश में हड्डियां नहीं होती. जी हां, ये जेली फिश जैसा होती है, जिसके कारण ये पानी की सतह पर बेहद आसानी से तैरती है.

2. Red-lipped Batfish (रेड-लिपपेड बैटफिश)

इस फिश के होंठो पर जो लाली आपको दिख रही है, दरअसल वो पैदाईशी है. इसकी सूरत में लाली का झोल ही इसे बदसूरती की श्रेणी में लाता है. हालांकि इस लाली के ज़रिये ही ये फिश अपने विपरीत लिंग को आकर्षित करती है. ये फिश पेरू के पास स्थित Galapagos Islands में पाई जाती है. ये फिश पानी के 100 फीट भीतर रहती है, पर ये संख्या में बहुत कम ही है. यह मछली लगभग 40 सेंटीमीटर लंबी होती हैं.

3. Horseshoe Bat (होर्सेसहोए बैट)

इस जीव के चेहरे से ज़्यादा बड़े उसके कान हैं, जो इसकी बदसूरती में चार चांद लगाते हैं. और हां, इन बड़े-बड़े कानों की बदौलत ही ये सूई गिरने की आवाज़ भी सुन सकता है. ये बैट Tropical (उष्णकटिबंध) और Temperate (नरम) क्षेत्रों में पाए जाते हैं. आमतौर पर ये ब्राउन कलर के होते हैं, लेकिन कभी-कभार ये लाल रंग के भी दिखते हैं. इनकी लंबाई 3.5 से 11 सेंटीमीटर होती है और वज़न 5 से 30 ग्राम.

4. Monkfish (मॉन्कफिश)

इस फिश का खतरनाक चेहरा ही इसे बदसूरती की श्रेणी में धकेल देता है. सालों से लोग इसे सिर्फ इसलिए नहीं खाते, क्योंकि उन्हें इसके नैन-नक्श नहीं पसंद. पर सैफ को खुद पर विश्वास हुआ और उन्होंने तय किया कि इसकी शक्ल और सूरत इसके टेस्ट को नहीं बिगाड़ सकती. ये फिश अटलांटिक के तटीय क्षेत्रों में पाई जाती है, जिसका साइज़ लगभग 3 फीट तक का होता है.

5. Aye-Aye (आए-आए)

चालू चेहरे वाला ये जीव अपने नाम की तरह दिखने में भी अजीब है. ये सिर्फ रात के समय ही बाहर निकलते हैं. इसके पास बड़े-बड़े कान हैं. ये आपको सिर्फ और सिर्फ मैडागास्कर के आईलैंड में देखने को मिलेंगे.

6. Star Nosed Mole (स्टार नोस्ड मोल)

इसकी नाक देखने के बाद, आपको थोड़ी देर के लिए भी इसका चेहरा देखने की चाहत नहीं होगी. इसका चेहरा थोड़ा नहीं, काफी अजीब है. लेकिन यही नाक इस जीव की खासियत है. दुनिया में सबसे अनोखी नाक अगर किसी जीव की है, तो वो यही है. ये जीव अपना अधिकतर समय पानी में ही बिताता है, लेकिन खाने की तलाश में ज़मीन पर भी आता है. ये जमीन में सुरंगे बनाकर रहता है. ये पूर्वी कनाडा और पूर्वोत्तर संयुक्त राज्य अमेरिका के क्षेत्रों में पाए जाते हैं.

7. Turkey Vulture (टर्की वल्चर)

इस जीव की सबसे बेकार चीज़ है, इसके चेकरे के नैन-नक्श. ये पक्षी अपनी आंखों और नाक का इस्तेमाल ऊंचाई पर उड़ते हुए ताज़ा लाशों को खोजने के लिए करता है. भले ही इसके चेहरे के फीचर खराब हों, लेकिन ये उन्हीं की मदद से अपना भोजन खोजता है.

8. Chinese Crested Dog (चाइनिंज़ क्रेस्टेड डॉग)

बिन बालों वाला ये चाइनिज़ कुत्ता लंबाई में 33 सेंटीमीटर से कम ही होता है, जो दिखने में किसी टॉय डॉग-सा लगता है. इसकी खासियत है कि ये लोगों का मूड बड़ी आसानी से जान लेता है. चाइनिज़ क्रेस्टेड डॉग सोशल होने के साथ-साथ तेज़ दौड़ने और ऊंची छलांगे लगाने में माहिर हैं.

9. Warthog (वारथोग)

सूअर जैसा दिखने वाला ये जीव पेड़-पौधे, घास और जड़ों को खाता है. जब इन्हें खतरे का अंदेशा होता है, तो इनकी रफ़्तार बेहद तेज़ हो जाती है, जिसके बारे में ये भी नहीं जानते! ये 48 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से दौड़ सकता है. साथ ही ये बिना पानी और सूखी जगह में लंबे समय तक जीवित रह सकता है. अगर इसके आस-पास पानी होगा, तो ये उसमें डुबकी लगाकर खुद को ठंडा करने से कतराएगा नहीं.

10. Proboscis Monkey (प्रोबोस्किस मंकी)

इस बंदर की नाक ही इसकी बदसूरती का सबसे बड़ा कारण है. ये बंदर बोर्नियो के दक्षिण पूर्व एशियाई द्वीप पर पाया जाता है. इसकी नाक ही इसकी पहचान है. जब ये पैदा होता है, तो इसका चेहरा नीले रंग का होता है और नाक बेहद छोटी. ये बंदर पूरी तरह से पत्तों, बीजों और कच्चे फलों पर ही ज़िंदा रहता है. इसकी उम्र लगभग 40 साल होती है. फिलहाल, इन बंदरों की जनसंख्या गिर रही है.

अगर आपको ये जानवर सही में बदसूरत लग रहे हैं, तो एक बार दिमाग लगाकर सोच लीजिए. क्योंकि इन जानवरों की बदसूरती ही इनके ज़िंदा रहने की सबसे बड़ी ताकत है. प्रकृति ने इन्हें बनाया ही ऐसा है कि वो अपने बचाव और ज़िंदा रहने के लिए अपने शारीरिक ढांचे का इस्तेमाल कर सके. अब जैसे इंसान अपनी जलवायु और भौगोलिक स्थिति की तरह खुद को ढाल लेता है, ठीक उसी तरह इन जानवरों ने भी खुद को ढाल रखा है.