ऐसे समय में जब अधिकतर भारतीय पश्चिम का अक्षरश: अनुसरण कर रहे हैं. तुषार लाल और उनकी टोली ने कुछ अलग और बेहतर करने की कोशिश की है . बासुरी, तबला और कीबोर्ड का फ्यूजन और वो भी “शेरलॉक’थीम गाने पर, ऐसी कल्पना ही रोमांचित कर देती है, मगर इन आधुनिक उस्तादों ने तो बस कमाल ही कर दिया है.  इनका ये आविष्कार जहां ये छोटी-छोटी मुरकियां लेते हैं इस वीडियो को सामान्य से विशेष की श्रेणी में रखने के लिए पर्याप्त है.