जब कभी भी समाज निर्धारित करता है कि स्त्री किसी भी रिश्ते में निचले पायदान पर रहेगी, इसका जवाब है कि ज़िंदगी अपने ही शर्तों पर जी जाए. आज भी हमारे समाज में ऐसे कई अलिखित कायदे-कानून हैं जो एक स्त्री  को परंपराओं में बांधना चाहते है. बजाय यह सोचे कि इस दुनिया में हम भी उतने ही भागीदार हैं जितना कि कोई और. एक स्त्री की भूमिका वही होनी चाहिए जो वो चाहे. जिसकी जिंदगी, उसका फैसला. टाइटन की ओर से जारी इस सादे मगर बेहद प्रभावी विज्ञापन में इस देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की लड़कियों और स्त्रियों के लिए प्रेरणात्मक संदेश है. तो अपनी बांहें फैलाइये और उड़ान भरिये, आपको कोई रोक नहीं सकता !