दुनिया के हर देश में कई प्रकार के शुभ और अशुभ संकेत प्रचलित हैं. भारत में रात के 12 बजे से 3 बजे के बीच के समय को अशुभ माना जाता है. बताया जाता है कि ये भूत-प्रेतों का समय होता है. रात 12 बजे के बाद प्रेत आत्माएं सक्रीय हो जाती हैं और उनके पास अतिरिक्त पावर भी आ जाती है. ख़ैर ये सब बातें उन लोगों के मतलब की बातें हैं जो भूत प्रेतों पर विश्वास करते हैं. भूत प्रेतों पर विश्वास करने वाले लोग तो 666 नंबर को भी शैतानी नंबर बताते हैं.

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बताया जाता है बाइबिल में 666 नंबर को शैतानी अंक मना जाता है. ये उस शैतान का नंबर है जो प्रभु ईसा की शिक्षाओं को नष्ट करने का कार्य करता है. जो कोई भी इस नंबर को अपने पास रखता है या इसका कहीं न कहीं इस्तेमाल करता है वो ईसाई धर्म का विरोधी माना जाता है. ईसाई धर्म का विरोधी मतलब प्रभु ईशु का विरोधी. हालांकि, बाइबिल की कुछ प्रारंभिक ग्रंधियों में द बीस्ट के नंबर को 616 भी बताया गया है.

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न्यू टेस्टामेंट टेक्सस रिसेप्टस पांडुलिपियों में भी इस नंबर का ज़िक्र मिलता है. इसके मुताबिक़, जिस किसी के भी पास ये नंबर किसी भी रूप में होता है. वो सर्वनाश दृष्टि रखने वाला इंसान होता है. इस नंबर को हेक्साकोसियोइहेक्सेकंटाहेक्साफ़ोबिया के रूप में भी जाना जाता है.

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रोमन सम्राट नीरो हैं इसकी वजह  

इसके अलावा कुछ लोग इन नंबरों को रोमन सम्राट नीरो से भी जोड़कर देखते हैं, जिसने ईसाईयों का क़त्लेआम किया था. नीरो को ईसाई धर्म को विरोधी माना जाता है. इस वजह से उसे 666 अंक के नाम से भी जाना जाता था. मतलब ये कि वो शैतान का दूत था या शैतान के लिए काम करता था. इसीलिए जिस किसी के भी पास ये नंबर होता है उसे धर्मविरोधी भी माना जाता है.

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शैतान को बुलाने में इस्तेमाल  

ईसाई धर्म में 666 नंबर को शैतानी नंबर इसलिए भी कहा जाता है क्योंकि इसकी मदद से शैतान को बुलाया जाता है. प्राचीनकाल में कुछ दुष्ट प्रकृति के लोग इस नंबर की मदद से शैतानों को बुलाने का काम भी करते थे.  

इतिहासकारों के मुताबिक़, प्राचीनकाल में लोग अपने गुलामों पर ये नंबर लिख दिया करते थे. ऐसा करने से कोई उसकी ख़रीद व बिक्री नहीं कर सकता था. क्योंकि 666 नंबर को अशुभ माना जाता था. ये अपने ग़ुलाम को सुरक्षित रखने का एक अच्छा तरीका भी था.  

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साल 1976 में रिलीज़ हुई हॉलीवुड फ़िल्म द ओमेन (The Omen) में डेमियन नाम के लड़के की कहानी दिखाई गई है. ये अपने दौर की सबसे ख़तरनाक हॉरर फ़िल्म थी. इस फ़िल्म में भी 666 नंबर को भूत-प्रेत के डर से जोड़ा गया था. इस फ़िल्म को देखने के बाद बड़ी संख्या में लोगों ने 666 नंबर को अशुभ या शैतानी नंबर मानना शुरू कर दिया.

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बाइबल में 666 नंबर का कोई भी ज़िक्र नहीं है और न ही ईसाई धर्म के जानकार इस नंबर को अशुभ या शैतानी नंबर मानते हैं. इस नंबर को लेकर कई रिसर्च भी सामने आ चुकी हैं, लेकिन किसी ने भी इसे शैतानी नंबर नहीं बताया और इसे सिर्फ़ लोगों का अन्धविश्वास करार दिया.

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