1 मई, 2011,एबटाबाद की उस रात को शायद ही कोई भूल सकता है. US Navy Seals ने दुनिया के सबसे ख़तरनाक आतंकवादी को उसी के घर में घुस कर मार गिराया.

इस पूरी घटना को आपने कई बार सुना होगा. कभी Navy Seals की ज़ुबान से, तो कभी पत्रकारों की ज़ुबान से, तो कभी विशेषज्ञों के शब्दों में. बुद्धिजीवियों ने अलग-अलग Angle से पूरी घटना की तस्वीर हमारे सामने उकेरी. US सरकार, Intelligence ने भी पूरी घटना का ब्यौरा दिया.

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2011 से अब तक आपने सिर्फ़ उन लोगों की ही बातें सुनी, जिन्होंने ओसामा के घर पर हमला किया था, या फिर जो वहां थे ही नहीं और सिर्फ़ तथ्यों के आधार पर ही बातें कर रहे थे.

इस किताब के कुछ अंश The Sunday Times UK में Watching Daddy Die नाम से प्रकाशित किये गये.

अमाल ने बताया,

‘मुझे अच्छे से याद है, कैसे भूल सकती हूं मैं? बहुत तेज़ आवाज़ के साथ, अमेरिकी आर्मी का Black Hawk हेलीकॉपटर एबटाबाद स्थित हमारे छिपने के ठिकाने पर उतरा. हम वहां पिछले 6 सालों से छिपकर रह रहे थे. मैंने अपने पति के चेहरे पर डर देखा, तेज़ आवाज़ से वो नींद से जाग गए थे.’
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अमाल ने बताया कि आनन-फ़ानन में 4 में से 3 बीवीयां और बच्चे ऊपर के कमरे में इकट्ठा हो गए. सभी ऊपरवाले से मदद की गुहार लगा रहे थे. लादेन ने अपनी बीवी बच्चों से कहा, ‘उन्हें मेरी तलाश है, तुम्हारी नहीं.’ इतना कहकर उसने सबको नीचे जाने को कहा. लेकिन अमाल नहीं गई और अपने बेटे हुसैन के साथ लादेन के साथ ही रही.

Navy Seals घर में घुस आए थे, और उन्होंने लादेन के बेटे ख़ालिद को मार गिराया और बेटी सुमैया और मरियम से भी तकरार हो गई.

अमाल जान चुकी थीं कि ये काम किसी अंदर के इंसान का ही है, क्योंकि उनके छिपने की जगह इतनी सुरक्षित थी कि किसी बाहरवाले को इसके बारे में कभी पता ही नहीं चल सकता था. अमाल ने भांप लिया था कि किसी अपने ने उनके पीठ पर छुरा भोंका है.

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अमाल से हुई बातचीत से पता चला कि लादेन और उसके परिवार ने कभी हमला होने पर बचने का कोई प्लैन नहीं बनाया, क्योंकि उन्हें यकीन था उन तक कोई पहुंच ही नहीं सकता. उनके पास कोई Emergency Back-up प्लैन नहीं था. लादेन ने एहतियात के तौर पर लादेन ने अपने अन्तर्वस्त्रों में कुछ युरो छिपाकर रखते थे और कुछ फ़ोन नंबर लिखवाकर रखे थे. ये वज़ीरिस्तान के कुछ लोगों के नंबर थे.

अमाल ने आगे बताया,

‘जब Navy टीम कमरे में घुसी, तो मैंने उन्हें रोकने की कोशिश की पर उन्होंने मुझ पर गोली चला दी और गोली मेरे पैर पर लगी. मैं बेहोश होकर गिर पड़ी. थोड़ी देर बाद जब मुझे होश आया तो मैंने देखा कि हुसैन एक कोने में खड़ा है और वो डर से कांप रहा है. उसने अपने पिता की हत्या अपने आंखों से देखी थी. मैंने मरे होने का अभिनय किया पर मैं सब सुन रही थी. वो सुमैया और मरियम और दूसरी बीवी ख़ैरियाह से लादेन की शिनाख्त करने को कह रहे थे.’
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अमाल ने नम आंखों से आगे बताया,

‘वो लोग उनके मृत शरीर को ले गए. हमने जिसका कभी अंदाज़ा भी नहीं लगाया था वो हक़ीकत हमारे सामने थी.’

पहली बार उस घटना की भुक्तभोगी ने अपनी ज़बान खोली है. लादेन की चौथी और सबसे कम उम्र की पत्नी, अमाल ने उस रात की पूरी कहानी, Cathy Scott-Clark और Adrian Levy को सुनाई. Cathy और Adrain ने अपनी किताब ‘The Exile: The Flight of Osama Bin Laden’ में अमाल से हुई पूरी बातचीत के बारे में लिखा है. 9/11 के बाद लादेन के जीवन में क्या-क्या हुआ, ये किताब इस विषय पर लिखी गई है. लादेन के करीबियों से बात कर के खोजी पत्रकार Cathy और Adrian ने ये किताब लिखी है. 23 मई को ये किताब रिलीज़ की गई.

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लादेन और उस जैसे लाखों दहशतगर्द ख़ूनी खेल खेलते हैं, पर अपने परिवार की परवाह नहीं करते. न जाने कितनी ज़िन्दगियां रोज़ बर्बाद होती हैं इन लोगों के कारण.   

Source: HT 

Feature Image Source: Express