भारत में आमतौर पर देखा जाता है कि बच्चे अपने माता-पिता से प्रेरणा लेकर उन्हीं की तरह बनने की कोशिश करते हैं. जीवन में कुछ बड़ा करने के लिए उनके नक्शेकदम पर चलते हैं. लेकिन ज़िंदगी में कुछ मोड़ ऐसे भी आते हैं जब माता-पिता को अपने बच्चों से प्रेरणा लेनी पड़ती है और इसमें कोई बुराई भी नहीं है. इसीलिए आज हम आपको ऐसी ही एक प्रेरणादायक कहानी बताने जा रहे हैं, जिसमें एक बेटी अपनी मां के अधूरे सपने को साकार करने के लिए उनकी प्रेरणास्रोत बन गई.

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ये प्रेरणादायक कहानी आंध्र प्रदेश की सुरगानी अंजनी देवी (Suragani Anjanee Devi) और उनकी बेटी दसारी निखिता देवी (Dasari Nikhitha Devi) की है. सपने किसी भी उम्र में साकार हो सकते हैं अंजनी देवी इसकी जीती-जागती मिसाल हैं. 37 वर्षीय अंजनी देवी ने अपना वो सपना साकार कर दिखाया, जिसे वो शादी और परिवार की ज़िम्मेदारियों के चलते नहीं कर पाई थीं.

दरअसल, सुरगानी अंजनी देवी को बचपन से ही खेलकूद बेहद पसंद था. स्कूल में पढ़ाई के दौरान उन्होंने खेलकूद प्रतियोगिताओं में भाग लेना शुरू कर दिया था. इस दौरान उन्होंने इंटर स्कूल और इंटर डिस्ट्रिक्ट लेवल पर रेसलिंग में कई मेडल जीते. उनके माता-पिता हमेशा से उन्हें खिलाड़ी बनाना चाहते थे, लेकिन ज़िंदगी ने उनके लिए कुछ और ही योजना बना रखी थी. 10वीं पास करने के बाद उनके पिता का निधन हो गया. इसके तुरंत बाद उनकी शादी ओंगोल के दसारी हनुमंत राव से कर दी गई.

अंजनी देवी रेसलिंग में देश के लिए ‘गोल्ड मेडल’ जीतना चाहती, लेकिन कम उम्र में शादी हो जाने के चलते अधिकतर जीवन परिवार की ज़िम्मेदारियों में ही गुज़र गया. आज सालों बाद बच्चे बड़े होने लगे तो अंजना के अंदर फिर से अपना वो अधूरा सपना पूरा करने की जिज्ञासा जाग उठी. अंजनी देवी को अब बेटी निकिता की वजह से अपने बचपन के सपने ग्रैपलिंग (कुश्ती) चैंपियन बनने में मदद मिली है.

सुरगानी अंजनी देवी की 18 वर्षीय बेटी निकिता ओंगोल के डीएस गवर्मेंट वुमेन कॉलेज में BA की पढ़ाई कर रही है. इसके अलावा वो अपनी मां की तरह रेसलिंग में करियर बना रही हैं. दरअसल, हाल ही में हरियाणा के रोहतक स्थित ‘महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय’ में आयोजित तीसरी राष्ट्रीय ग्रेपलिंग (कुश्ती) चैंपियनशिप-2023 में मां-बेटी की इस जोड़ी ने स्वर्ण और रजत पदक अपने नाम किये थे.

मां-बेटी की ये जोड़ी विशाखापत्तनम के मधुरवाड़ा के चंद्रमपलेम गांव में आयोजित तीसरी आंध्र प्रदेश राज्य सीनियर/जूनियर इंटर डिस्ट्रिक्ट ग्रेपलिंग (कुश्ती) चैंपियनशिप-2023 में भी हिस्सा ले चुकी है. इस दौरान अंजनी ने 89 किलोग्राम भार वर्ग के तहत जीआई/नो जीआई स्टाइल सीनियर चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता, वहीं निखिता ने भी जूनियर (अंडर-19 वर्ष और 70 किलोग्राम भार) वर्ग में गोल्ड मेडल अपने नाम किया. इसके साथ ही दोनों ने राष्ट्रीय स्तर की ‘ग्रेपलिंग चैंपियनशिप’ के लिए भी क्वालीफ़ाई कर लिया है.

सुरगानी अंजनी देवी हमेशा से खिलाड़ी होने के साथ-साथ एक सरकारी कर्मचारी भी बनना चाहती थीं. इसलिए उन्होंने आचार्य नागार्जुन विश्वविद्यालय से डिस्टेंस लर्निंग से पॉलिटिकल साइंस में BA और अंग्रेज़ी में MA पूरा किया। इसके बाद उन्हें ओंगोल नगर निगम के 7वें नगर प्रभाग में कम्मा पालम वार्ड सचिवालय कार्यालय में वेलफ़ेयर सेक्रेटरी की नौकरी मिल गई.

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