Gujju Ben Na Nasta: सोनी टीवी पर 2 जनवरी 2023 से MasterChef India Season 7 ऑनएयर हो चुका है. इस दौरान ऑडिशन राउंड में मुंबई की 78 वर्षीय उर्मिला जमनादास आशर ने अपने लज़ीज़ गुजराती फ़ूड से तीनों जजों को हैरान कर दिया था. उर्मिला ताई शो में युवा कंटेस्टेंट्स को कड़ी टक्कर दे रही हैं. इस उम्र में भी उर्मिला ताई के हौसले को देख हर कोई उनके जज़्बे को सलाम कर रहा है. रिटायरमेंट की उम्र में सक्सेसफुल बिज़नेस वुमन बनकर उर्मिला ताई ने कमाल कर दिया है.
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मुंबई (Mumbai) के प्रार्थन समाज रोड पर स्थित एक चॉल में रहने वाली उर्मिला जमनादास ने 3 साल पहले ही गुज्जू बेन ना नास्ता (Gujju Ben Na Nasta) की शुरुआत की था. आज उन्होंने एक सक्सेसफुल बिज़नेसवुमन बनकर TEDEx Speaker तक का सफ़र तय कर लिया है.
Gujju Ben Na Nasta
78 साल की उर्मिला जमनादास की ज़िंदगी मुश्क़िलों भरी रही है. वो अब तक अपने परिवार के कई लोगों को खो चुकी हैं. उन्होंने सबसे पहले अपनी ढाई साल की बेटी को खोया था. इसके बाद हृदय रोग और ब्रेन ट्यूमर के कारण अपने दोनों बेटों को भी खो दिया. मुश्किलें यहीं ख़त्म नहीं हुईं, साल 2019 में पोता हर्ष आशर भी एक हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गया.
हर्ष आशर MBA करने के बाद नौकरी करने लगे थे. साल 2014 में नौकरी छोड़ कर उन्होंने अपना कॉर्पोरेट और मर्चैंडाइज़ का बिज़नेस शुरू किया, लेकिन 2019 में एक्सिडेंट के चलते हर्ष को बहुत कुछ खोना पड़ा. इस एक्सिडेंट की वजह से उनका चेहरा बुरी तरह से बिगड़ गया और निचला होंठ कट गया था. सर्जरी के बाद हर्ष डिप्रेशन में चला गया और घर से बाहर निकलना भी छोड़ दिया.
हर्ष आशर अकेले परिवार को आर्थिक सहारा दे रहे थे. लेकिन साल 2020 में भारत में कोरोना महामारी की दस्तक ने और मुश्किलें पैदा कर दीं. कोरोना महामारी के चलते देश में जारी लॉकडाउन ने लोगों का काम-काज पूरी तरह से बंद कर दिया था. इस दौरान उर्मिला ताई के लिए भी घर चलाना बेहद मुश्किल हो गया था. ऐसे में हर्ष ने दादी को ‘गुज्जू बेन ना नाश्ता’ का आईडिया दिया.
उर्मिला जमनादास और पोते हर्ष आशर ने आपदा को अवसर में बदलकर घर पर ही गुजराती खाने का बिज़नेस शुरू किया. उर्मिला ताई ने अपने पोते के साथ मिलकर ‘गुज्जू बेन ना नास्ता’ शुरू किया, जो घर का बना गुजराती व्यंजन का बिज़नेस था. मार्च 2020 में उर्मिला ताई केवल अचार बनाया करती थीं, ऐसे में हर्ष ने दादी को बड़े पैमाने पर अचार बनाने की सलाह दी. अचार का आईडिया काम कर गया और कुछ ही समय में 500 किलो अचार बेच डाला.
उर्मिला और हर्ष ने इसके बाद थेपला, ढोकला, पुरन पोली, हलवा, साबुना खिचड़ी जैसे स्नैक्स का बिज़नेस भी शुरू किया. मुंबई के चरनी रोड से लोकप्रिय हुआ गुजराती स्नैक का ये आइडिया लोगों को काफ़ी पसंद आया और दादी-पोते की ये जोड़ी कुछ ही समय में मुंबई भर में मशहूर हो गयी. इसके बाद ये जोड़ी अपनी वेबसाइट के साथ-साथ Swiggy, Zomato समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म के ज़रिए लोगों तक पहुंची. आज दादी-पोते की ये जोड़ी हर महीने 3 लाख से ज़्यादा की कमाई कर रही है.
The Better India से बातचीत में उर्मिला दादी ने बताया कि, वो सुबह 5:30 बजे उठ जाती हैं. इसके बाद अपनी बहू राजश्री और पोते हर्ष के लिए चाय-नाश्ता बनाती हैं. नाश्ते के बाद 7 बजे से रसोई में लग जाती हैं और नमकीन, खाखरा, थेपला, ढोकला, पुरन पोली, हलवा समेत अन्य तरह के स्नैक्स बनाती हैं. इसके बाद दोपहर तक पोते हर्ष की मदद से पकवानों की डिलीवरी शुरू कर देती हैं.
उर्मिला ताई आज भी रोज़ाना 12-14 घंटे रसोई में बिताती हैं. वो अब टैडक्स स्पीकर भी हैं और लोगों को मोटीवेट करती हैं. उर्मिला जमनादास अपना एक यूट्यूब चैनल भी चलाती हैं, जिसके ज़रिए वो लोगों को ख़ाना बनाना सिखाती हैं.
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