महिलाओं की रोज़ाना ज़िन्दगी आसान नहीं होती. घूरती निगाहों, घर और ऑफ़िस को साथ लेकर चलना, अपनी इच्छाओं और दूसरों की Expectations के बीच बैलेंस बनाना वगैरह-वगैरह…


ये बातें हर महिला को फ़ेस करनी पड़ भी सकती हैं और नहीं भी. हालांकि कुछ बातें ऐसी हैं, जिनसे हर महिला आसानी से रिलेट कर सकती है. जैसे- एक पूरे थकान भरे दिन के बाद घर जाकर ब्रा खोलकर फेंकने वाली फ़ीलिंग.  

हमारी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी की कई फ़ीलिंग्स को कॉमिक रूप में पेश किया है Illustrator अक्षरा अशोक ने.


देखिए और ज़ोर से (मन के अंदर ही) कहिए, ‘सेम टू यू बहन’ 

1. हफ़्तेभर पहले कैसे आ गए तुम? 

2. मैं मोटी नहीं, क्यूट हूं. 

3. Eyeliner लगाना एक आर्ट है आर्ट! 

4. नहाने जाना और नहाना कर जल्दी आना, दोनों स्ट्रगल हैं. 

5. एब्स या कबाब? 

6. जो दिखाया सब तो किया, फिर भी चुड़ैल क्यों लग रही हूं? 

7. ये आराम का मामला है. 

8. ब्रा तू बेरहम क्यों है? 

9. अबे यार, फिर से नहीं. 

10. ये हक़ीक़त है, फ़साना नहीं. 

11. कमरा इतना गंदा होता कैसे है? 

12. चर्बी तू चली जा मेरी ज़िन्दगी से! 

13. खाना इज़ लव. 

14. लड़कों के कपड़ों में इतनी वैराइटी और लड़कियों के लिए, कद्दू? 

15. अगली बार सेल से कपड़े नहीं लूंगी. 

16. परफ़ेक्ट फ़िगर जैसा कुछ होता भी है? 

17. वीकेंड यानी की सोना. 

18. एक टेक्सट नहीं कर सकता वो? 

लड़कियों! कमेंट में बताओ ये सब फ़ील होता है न?