गणित के छोटे-छोटे सवालों और कैलकुलेशन ने लगभग हर स्टूडेंट्स के पसीने छूट जाते हैं. आज भी छोटी सी संख्या को जोड़ने के लिए हम कैलकुलेटर निकाल लेते हैं लेकिन शकुंतला देवी ने बड़े-बड़े नंबर्स को मज़ाक बना रखा था.
साल 1977 में शकुंतला ने 201 अंकों की संख्या का 23वां वर्गमूल 50 Seconds में वहीं 13 अंकों वाली 2 संख्याओं का गुणनफल 26 Seconds में निकाल दिया था. उनकी गणित में इतनी तेज़ी देखकर लोग चकित रह जाते थे. अपने इसी टैलेंट के चलते उन्होंने 1982 में Guinness Book Of World Record में अपनी जगह बनाई.
उनको Human Computer क्यों कहा जाता है ये इस वीडियो से साबित हो जाएगा.
शकुंतला देवी और कैलकुलेटर
1966 का उनका इंटरव्यू जहां उन्होंने बताया कि 3 उनका लकी नंबर है
22 साल की उम्र में शकुंतला देवी
जब वो रिकी जे के शो में गयीं थीं
जब शकुंतला देवी ने पैनल से पूंछा था उन्हें जवाब दाएं से बाएं लिखा हुआ चाहिए या बाएं से दाएं
शकुंतला देवी को सिर्फ़ मैथ्स का जीनियस कहना भी सही नहीं होगा. शकुंतला देवी ने कई किताबें भी लिखीं, जिनमें उपन्यासों के साथ-साथ गणित, पहेली और ज्योतिष के बारे में लिखा. इतना ही नहीं उन्होंने The World of Homosexuals नाम की किताब भी लिखी. इस किताब को भारत में समलैंगिकता का पहला अध्ययन माना जाता है. ये कहने में ज़रा भी अति नहीं होगी कि शकुंतला देवी अपने समय से बहुत आगे थीं.