हर साल होने वाली मिस यूनिवर्स (Miss Universe) प्रतियोगिता के बारे में हम सभी जानते हैं. साल 2021 में भारत की हरनाज़ संधू (Harnaaz Sandhu) ने मिस यूनिवर्स का टाइटल अपने नाम कर देश का नाम रोशन किया था. इस प्रतियोगिता में क़रीब 190 देश हिस्सा लेते हैं. इससे पहले सुष्मिता सेन और लारा दत्ता भी मिस यूनिवर्स का ताज पहन चुकी हैं. क्या आप जानते हैं कि पहली मिस यूनिवर्स की प्रतियोगिता कब और कहां आयोजित की गई थी? नहीं मालूम तो चलिए हम बताते हैं.


दरअसल, मिस यूनिवर्स (Miss Universe) प्रतियोगिता की शुरुआत 67 साल पहले सन 1952 में हुई थी. जी हां, तब से लेकर आज तक ये प्रतियोगिता दुनियाभर की सुंदरियों को हर साल सम्मान देती है. अब आप सोच रहे होंगे कि हम पहली मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता की बात आख़िर कर क्यूं रहे हैं? हमारे देश से तो उस साल किसी ने मिस यूनिवर्स का ख़िताब नहीं जीता था, लेकिन इस दौरान भारत की प्रतियोगी काफ़ी मशहूर हुई थीं.

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साल 1952 में पहली मिस यूनिवर्स Finnish-अमेरिकन मॉडल Armi Helena Kuusela बनी थीं. हालांकि, भारत ने इस दौरान कोई टाइटल तो नहीं जीता था, लेकिन उस दौरान हमारे देश की कंटेस्टेंट ने लोगों का दिल ज़रूर जीत लिया था. ऐसी महिला, जो भारत की तरफ़ से मिस यूनिवर्स की पहली कंटेस्टेंट थीं. उस दौरान उनके कॉन्फिडेंस और बोल्ड अंदाज़ ने सबको इम्प्रेस कर दिया था. ये उस महिला का ही कमाल था, जिसने भारत की सुंदरियों के मन के अंदर इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आत्मविश्वास जगाया था.

Indrani Rahman

कौन थीं वो महिला?

हम यहां बात कर रहे हैं इंद्राणी रहमान (Indrani Rahman) की. इंद्राणी रहमान साल 1952 में मिस यूनिवर्स की प्रतियोगिता में भाग लेने वाली और भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली महिला थीं. चेन्नई में पली-बढ़ी इंद्राणी की मां लुएल्ला शेरमन (जिन्हें रागिनी के नाम से भी जाना जाता था) एक अमेरिकी थीं. उनके पिता का नाम रमालाल बलराम बाजपेयी था, जो कि भारतीय थे. इंद्राणी की ख़ास बात ये थी कि उस दौरान भी उन्होंने समाज के नियमों के आगे झुकने से मना कर दिया था.

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इंद्राणी रहमान15 साल की उम्र में 30 वर्षीय फेमस आर्किटेक्ट हबीब रहमान (Habib Rahman) के साथ भाग गई थीं. उनकी तस्वीरें साबित करती हैं कि वो एक-दूसरे के साथ ख़ुश थे और एक-दूसरे के प्यार में पागल थे.

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डांस था पहला प्यार

इंद्राणी रहमान (Indrani Rahman) एक लाजवाब क्लासिकल डांसर थीं. वो 4 तरह की डांस फॉर्म्स- भरतनाट्यम, कुचिपूड़ी, कथकली और ओड़िसी में निपुण थीं. 1940 के दशक में उन्होंने भरतनाट्यम गुरु Chokkalingam Pillai से ट्रेनिंग ली थी. इंद्राणी को कुचिपूड़ी में कोरडा नरसिम्हा राव ने ट्रेन किया था. उन्होंने पूरी दुनिया में ट्रेवल किया और साल 1947 में उनकी प्रतिभा को भारत के लीडिंग आर्ट और डांस क्रिटिक डॉ. चार्ल्स फ़बरी ने पहचाना. उन्होंने इंद्राणी को ओड़िसी डांस सीखने का सुझाव दिया. इंद्राणी ने उनकी बात मान ली और वो 3 सालों तक ओड़िसी डांस सीखती रहीं और एक प्रोफ़ेशनल ओड़िसी डांसर बन गईं. इसके बाद से ही उनकी पॉपुलैरिटी दुनिया भर में फ़ैल गई. 

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जब मिली स्टारडम की टिकट

साल 1952 में ‘मिस इंडिया‘ रह चुकीं इंद्राणी रहमान ने जब उसी साल ‘मिस यूनिवर्स‘ की प्रतियोगिता में हिस्सा लिया, तब वो 22 साल की थीं. इसके साथ ही वो 1 बच्चे की मां भी थीं. उनकी उम्दा पर्सनैलिटी और एथनिक ड्रेसअप ने दुनिया भर की निगाहें उनकी ओर टिका दी थीं. जब उस दौरान उन्होंने रैंप वॉक की, तो उनका आत्मविश्वास और बोल्ड अंदाज़ देखने लायक था. इसके साथ ही स्विमसूट राउंड में जब इंद्राणी स्विमसूट के साथ गजरा और बिंदी लगाकर आईं, तो उनके इस फ़ैशन कॉम्बिनेशन ने सभी को इम्प्रेस कर दिया. भले ही इंद्राणी ने ये प्रतियोगिता अपने नाम नहीं की थी, लेकिन इसके बाद से ही उनकी चर्चाएं विश्व भर में फ़ैल गई थीं.

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मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता के बाद की ज़िंदगी

इंद्राणी रहमान (Indrani Rahman) ने इस प्रतियोगिता के बाद भी डांस के प्रति अपनी जुनूनियत कम नहीं होने दी. उन्होंने अपनी मां के साथ पूरा वर्ल्ड टूर किया, ताकि उन्हें डांस की अलग-अलग क्लासिकल फॉर्म्स के बारे में पता चल सके. साल 1961 में इंद्राणी एशिया सोसायटी टूर में हिस्सा लेने वाली पहली डांसर थीं. जब देश के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू वाशिंगटन डीसी पहुंचे थे, तब इंद्राणी ने उनके और यूएस के पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ़ केनेडी, रानी एलिज़ाबेथ द्वितीय, माओ ज़ेडोंग और फिडेल कैस्ट्रो के सामने परफॉर्म किया था. साल 1969 में उन्हें भारत सरकार ने पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया था. उन्हें संगीत नाटक अकादमी अवार्ड और तारकनाथ दास अवार्ड भी मिल चुका है.

इसके बाद वो न्यूयॉर्क में सेटल हो गई थीं और उन्होंने कई यूनिवर्सिटीज़ में बतौर टीचर भारत के लोकल डांस फॉर्म्स को लोकप्रियता दी. उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में भी डांस सिखाया था. साल 1999 में उनकी मृत्यु हो गई थी. इंद्राणी हमेशा एक ऐसी महिला के रूप में जानी जाएंगी, जिन्होंने हमेशा अपने दिल की बात को फॉलो किया. इसके साथ ही उन्होंने भविष्य में डांसर्स और ब्यूटी क्वीन्स के लिए सुनहरे मौकों के कई दरवाज़े खोल दिए.

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इंद्राणी रहमान (Indrani Rahman) वाकई एक मिसाल हैं.