कोच्ची के कोज़िकोड़े के एक मुस्लिम परिवार में जन्मी फ़ज़ीला यूं तो एक आम लड़की है, लेकिन उसे ख़ास बनाता है बाइक राइडिंग के लिए उनका पैशन. बाइक चलाने का शौक तो कई लड़कियों को होता है, लेकिन फ़ज़ीला इस शौक को एक अलग स्तर पर ले गयी है. वो सड़कों पर उतरी और उसने कई बाइक रैलियां जीत कर ये साबित कर दिया कि लड़कियां भी इस क्षेत्र में नाम कमा सकती हैं.

फ़ज़ीला ने बताया कि यहां तक का सफ़र आसान नहीं था. उसने जिससे भी अपने शौक के बारे में बात की, उसने उसका मनोबल गिराया. जब उसने बाइक चलाना सीखने के लिए अपने सहपाठियों से मदद मांगी, तब भी कोई उसकी मदद को आगे नहीं आया. आख़िरकार, जब फ़ज़ीला के एक अंकल ने बाइक चलाना सीखने में उसकी मदद की तब वो अपने सपने के क़रीब कदम उठाने लगी.

उसने बताया कि कुछ साल पहले वो अपने परिवार के साथ कोच्ची में आई थी और उसने TVS Apache 200 CC बाइक ख़रीदी थी. इसके बाद उसने CoG रेसिंग ग्रुप जॉइन कर लिया और स्थानीय इवेंट्स में हिस्सा लेने लगी.

जब उसने अपनी पहली रेस जीती, तब उसके हौसले और बुलंद हो गये. फ़ज़ीला का मानना है कि भारत में एक वुमन बाइकर होना बहुत अलग है.

CoG रेसिंग के Co-Riders की मदद से उसने अपनी बाइक को अपग्रेड कर लिया है और वो प्रोफ़ेशनल रेसिंग में हिस्सा लेने लगी है. पिछले महीने फ़ज़ीला ने MRF National rallies में भी हिस्सा लिया. इस रैली में Baroda में उसे दूसरा स्थान प्राप्त हुआ और इंदौर में उसने तीसरी रैंक पर कब्ज़ा जमाया.

अब फ़ज़ीला पुणे और नासिक में भी बाइक रैली में भाग लेने वाली है. औरतों से जुड़े Stereotypes को तोड़ रही इस दमदार बाइकर को हम उसकी आगे की प्रतियोगिताओं के लिए शुभकामनाएं देते हैं.