‘जहां चाह, वहां राह’ 

अगर कुछ करने की ठान ली है, तो मंज़िल ख़ुद-ब-ख़ुद मिल जाती है. मध्य प्रदेश की एक बिटिया ने इस बात को सच कर दिखाया है. रिपोर्ट के मुताबिक़, मध्यप्रदेश की रहने वाली आंचल अग्रवाल ने इंडियन एयरफ़ोर्स में फ़्लाइंग अफ़सर बन अपने पिता का नाम रौशन किया है. आंचल के पिता चाय का स्टॉल लगाते थे.  

बीते शनिवार एयर चीफ़ मार्शल आरकेएस भदौरिया की मौजूदगी में आंचल सहित 123 कैडर को एयरफ़ोर्स में कमिशंड किया गया. आंचल का कहना है कि स्कूल में पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने सोच लिया था कि वो डिफ़ेंस में शामिल होंगी. वहीं 2013 में उत्तराखंड में आई त्रासदी के दौरान वो भारतीय वायुसेना से काफ़ी प्रभावित हुईं.  

मीडिया से बातचीत के दौरान आंचल ने कहा कि आज जब वो ऑफ़िसर बन गई हैं, तब सब असली लग रहा है. आंचल ने ये भी बताया कि उनके पिता सुरेश गंगवाल ने टी स्टॉल लगा कर उनकी सभी ज़रूरतें पूरी की. इसके अलावा कभी उनमें और उनके भाई में अंतर नहीं किया.  

छलक पड़े पिता के आंसू

हैदराबाद में आयोजित दीक्षांत समारोह में आंचल को उनकी कामयाबी के लिये सम्मानित किया गया. हांलाकि, इस ख़ास पल में उनके पिता वहां मौजूद नहीं थे और जब उन्होंने पर आंचल को सम्मानित होते देखा, तो उनके आंसू छलक गये.   

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छोड़ चुकी हैं दो नौकरी 

बोर्ड परीक्षा में 92 प्रतिशत से ज़्यादा नबंर लाने वाली आंचल इंडियन एयरफ़ोर्स जॉइन करने के लिये 2 सरकारी नौकरी छोड़ चुकी हैं. आंचल की इस कामयाबी के लिये लोगों ने उन्हें सोशल मीडिया पर बधाई भी दी है. 

मेहनत और लगन मिलकर ही हमें सफ़लता की सीढ़ियां चढ़ाती हैं. बधाई हो आंचल!

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